PM मोदी, फ्री वीजा और बिजनेस, इतना बड़ा है इंडियन टूरिज्म का मार्केट
थाईलैंड और ईरान…ये वो दो नए देश हैं जिन्होंने भारतीयों को वीजा फ्री एंट्री देनी शुरू कर दी है. इसी के साथ भारतीयों को फ्री-वीजा ऑफर करने वाले देशों की संख्या 58 हो गई है. ये सब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अथक प्रयासों का नतीजा है, जिन्होंने अपने कार्यकाल में दुनिया के तमाम देशों की यात्रा कर भारत की साख को मजबूत किया. वहीं विदेशों से भी अब लाखों पर्यटक हिंदुस्तान की जमीं पर आ रहे हैं. आखिर कितना बड़ा है भारत में टूरिज्म का ये कारोबार…
पहले बात करते हैं भारतीयों को वीजा फ्री एंट्री देने वाले देशों की. दुनिया के सभी देशों के पासपोर्ट की ताकत बताने वाले ‘हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2023’ के मुताबिक भारत इस लिस्ट में 80वां स्थान रखता है. अब भारतीयों को 58 देशों में वीजा फ्री एंट्री मिलती है. इसमें म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका, भूटान और मालदीव जैसे देश तो शामिल हैं हीं, साथ ही मॉरीशस, मलेशिया, ब्रिटिश वर्जिन आईलैंड, सेशेल्स, तंजानिया से लेकर कंबोडिया, इंडोनेशिया और कजाकिस्तान तक भारतीयों को फ्री-वीजा या वीजा ऑन अराइवल ऑफर करते हैं.
टूरिज्म से होगा 5000 अरब का कारोबार
देश के टूरिज्म सेक्टर को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार काफी कर रही है. सरकार ने इस सेक्टर के लिए 100% एफडीआई की अनुमति दी है. इसमें होटल से लेकर अन्य फैसिलटी कंस्ट्रक्शन तक शामिल है. ‘इंवेस्ट इंडिया’ के मुताबिक 2028 तक देश का टूरिज्म सेक्टर 59 अरब डॉलर (करीब 5,000 अरब रुपए) का रिवेन्यू जेनरेट करेगा. वहीं देश में विदेश से आने वाले पर्यटकों की संख्या 3 करोड़ के पार चली जाएगी. इतना ही नहीं 2030 तक ये सेक्टर 14 करोड़ लोगों को रोजगार भी देगा.
पीएम मोदी का जलवा
पीएम नरेंद्र मोदी ने सिर्फ भारतीयों की साख को दुनिया में मजबूत नहीं किया, बल्कि भारत में विदेशी पर्यटकों की आमद बढ़ाने के लिए भी काम किया. यही वजह है कि भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या अब 61 लाख को पार कर चुकी है. वहीं घरेलू टूरिज्म बढ़ाने के लिए उनकी सरकार ने ‘देखो अपना देश’ अभियान शुरू किया. इसका फायदा ये हुआ देश के अंदर घरेलू पर्यटकों की संख्या 1.73 अरब हो गई.