हैदराबाद के लोकल ब्वॉय मो. सिराज को कम ओवर देकर कप्तान रोहित शर्मा ने की बड़ी गलती
इंग्लैंड की पहली पारी कोई खास नहीं रही और टीम इंडिया ने मेहमान खिलाड़ियों को 246 रन पर समेट दिया था, यानी मैच का पहला हॉफ भारतीय खिलाड़ियों ने अपने नाम किया। कहीं न कहीं मेहमान टीम दबाव में नजर आई, लेकिन निराशाजनक बात यह भी थी कि हैदराबाद के लोकल ब्वॉय मोहम्मद सिराज को पहली पारी में एक भी विकेट नहीं मिला। यही से लगा कि भारतीय गेंदबाजी अपनी धार खो रही है।
अति आत्मविश्वास और खराब टीम सिलेक्शन भारतीय क्रिकेट इंडिया को ले डूबा। अनुकूल घरेलू परिस्थितियों का टीम इंडिया लाभ नहीं ले सकी। भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज के पहले मैच में हैदराबाद में उसे एक शर्माकर हार का सामना करना पड़ा। मेहमान टीम इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप के आगे टीम इंडिया के गेंदबाज हताश, निराश और परेशान नजर आए। वैसे तो टीम की यह सामूहिक हार है, लेकिन इसमें बड़ी जिम्मेदारी कप्तान रोहित शर्मा की है, क्योंकि वो दोनों ही पारियों में अपनी कोई अमित छाप नहीं छोड़ सके। उन्होंने गेंदबाजों का सही उपयोग नहीं किया। खासकर लोकल ब्वॉय मोहम्मद सिराज को रोहित ने बुरी तरह नजरअंदाज किया। साथ ही धुरंधर बल्लेबाज विराट कोहली की अनुपस्थिति भी टीम इंडिया को खली।
इंग्लैंड की पहली पारी कोई खास नहीं रही और टीम इंडिया ने मेहमान खिलाड़ियों को 246 रन पर समेट दिया था, यानी मैच का पहला हॉफ भारतीय खिलाड़ियों ने अपने नाम किया। कहीं न कहीं मेहमान टीम दबाव में नजर आई, लेकिन निराशाजनक बात यह भी थी कि हैदराबाद के लोकल ब्वॉय मोहम्मद सिराज को पहली पारी में एक भी विकेट नहीं मिला। यही से लगा कि भारतीय गेंदबाजी अपनी धार खो रही है।
अपनी पहली पारी में टीम इंडिया के यशस्वी जायसवाल, के.एल. राहुल और रविंद्र जड़ेजा ने अच्छी पारियां खेलीं। केएस भरत और अक्षर पटेल ने भी अच्छा भूमिका निभाई, लेकिन रोहित शर्मा चूक गए। तेज रन बनाने के चक्कर में रोहित 27 गेंदों पर 24 रन बनाकर आउट हो गए, यानी उनका बहुत विशेष योगदान भारत के 436 रनों में नहीं रहा। जैसा, कोच राहुल द्रविड़ ने कहा भी कि पहली पारी में कुछ रन कम रह गए। उसी का खामियाजा टीम इंडिया ने भुगता।
भारत को पहली पारी में 190 रनों की बढ़त मिली थी। यूं लग रहा था कि मेहमान टीम बेहद सस्ते में निपट जाएगी। भारत एक बड़ी जीत की ओर इस मैच में आगे बढ़ेगा, लेकिन टीम इंडिया के सारे पासे उल्टे पड़े। नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए इंग्लैंड के बल्लेबाज ओली पोप ने गेंदबाजों को इतना परेशान किया कि वो अंत तक उनके विकेट के लिए तरसते रहे।
ओली पोप जब बैटिंग के लिए आए थे, तब इंग्लैंड का स्कोर 45 रन था। ओली पोप ने दसवें विकेट तक बल्लेबाजी की और अपनी टीम के हर बल्लेबाज के साथ पार्टनरशिप की। उनके 196 रनों की बदौलत इंग्लैंड टीम 420 रनों के एक मजबूत स्कोर तक पहुंची।
दूसरी पारी में जसप्रीत बुमराह और रविचंद्र अश्विन ने जरूर अच्छी गेंदबाजी की। दोनों ने मिलकर सात विकेट, जिसमें बुमराह को चार और अश्विन को तीन विकेट मिले। रविंद्र जड़ेजा को दो और अक्षर पटेल को एक विकेट मिला, लेकिन एक बार फिर लोकल ब्वॉय मोहम्मद सिराज खाली हाथ रहे। कमाल की बात यह है कि कप्तान रोहित शर्मा ने उनसे दूसरी पारी में मात्र 7 ओवर ही कराए ।
यहां रोहित शर्मा से बड़ी गलती हुई। उन्हें सिराज और बुमराह को अधिक मौका देना चाहिए था, लेकिन यूं लगा कि रोहित शर्मा पूर्वाग्रह से ग्रसित हैं और इंग्लैंड टीम को स्पिन के आगे कमजोर मान रहे हैं। शायद यही कारण था कि उन्होंने अश्विन, पटेल और जड़ेजा से ही ज्यादा गेंदबाजी कराई। तीनों ने मिलकर 89 ओवर फेंके, जबकि बुमराह और सिराज के हिस्से में 23.1 ओवर ही आए। अपनी दूसरी पारी में टीम इंडिया को जीत के लिए 231 रन चाहिए थे। घरेलू परिस्थितियों को देखते हुए लग रहा था कि टीम बड़ी आसानी से जीत दर्ज कर देगी, लेकिन शायद यह टीम इंडिया का अति आत्मविश्वास था, जिसके चलते वो मार खा गई। रोहित शर्मा दूसरी पारी में भी 39 रन ही बना सके। कोई भी खिलाड़ी संघर्ष करता नजर नहीं आया। विशेष कर नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने आए शुभमन गिल ने बहुत निराश किया। पहली पारी में वो 23 रन और दूसरी पारी में शून्य पर आउट हो गए।
इस टेस्ट सीरीज में विराट कोहली ने दो मैचों के लिए विश्राम लिया है, लेकिन भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने उन्हें ऐसा क्यों करने दिया? यह समझ से परे है। चेतेश्वर पुजारा भी टीम इंडिया से बाहर हैं, जिन्हें टेस्ट क्रिकेट का मजबूत स्तंभ माना जाता है। उम्मीद तो यही है कि मेहमान टीम से इस सीरीज में 1-0 से पिछड़ने वाली भारतीय टीम आगामी मैचों में सबक लेगी और न केवल टीम का सिलेक्शन सही होगा, बल्कि गलतियों में सुधार भी करेगी।