अयोध्या में रहकर लोग भूल जा रहे हैं रास्ते, बन गई भूल-भुलैया…जाने से पहले जान लें नई रामनगरी के बारे में
अयोध्या वासियों ने कभी सोचा भी नहीं होगा, कि एक दिन उनके शहर की तस्वीर इतनी बदल जाएगी। मतलब यहां के लोगों के लिए भी ये शहर पहचान पाना काफी मुश्किल हो गया है। जब से 22 जनवरी से रामलला का प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम हुआ है, तब से हजारों लाखों में लोग दर्शन करने के लिए पहुंच रहे हैं। लेकिन यहां रहने वाले निवासियों के लिए कई चीजें बड़ी अनोखी और खास हुई हैं। उनका कहना है कि सुबह से शाम जब वे घर लौटते हैं, तो उनके लिए उतने समय में अयोध्या बदल सी जाती है। अयोध्या में रहने वालों के लिए अब अपना शहर ही भूल-भुलैया लगने लगा है।
देखने वालों के लिए अयोध्या अब इतनी बदल चुकी है कि कई बार वो अपने गली और मोहल्लों को भूल से जाते हैं। प्राण प्रतिष्ठा के दिन का कार्यक्रम हो या फिर रोज शाम को लौटते समय अपने घर जाना हो, उनका कहना है कि वो अक्सर अपनी गलियां भूल से जाते हैं। कहीं लाइट से लग जाती है, तो कहीं नया पेंट हो जाता है और यही हाल प्राण प्रतिष्ठा के दौरान था। अयोध्या में इन दिनों चमचमाती सड़कें, शानदार नई रंग-बिरंगी दीवारें और जगमगाती लाइट्स देखने वाले टूरिस्ट तो आकर्षक हैं ही, लेकिन इन्हें देखकर यहां के लोगों को काफी हैरानी होती है। उनके अनुसार उन्होंने कभी ऐसी अयोध्या नहीं देखी। जो लोग अयोध्या से बाहर रहते हैं और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यकम के बाद अपने शहर गए हैं, उनके लिए भी शहर को पहचान पाना मुश्किल हो रहा है।
यहां के लोगों के हिसाब से अयोध्या पूरी तरह से बदल चुकी है। बड़े-बड़े होटल्स यहां आ चुके हैं। शहर के सारी दुकानें एक जैसी लगती हैं। जहां कभी सड़कों पर गड्ढे और खराब हुई स्ट्रीट लाइट दिखा करती थीं, आज पूरी गली-सड़क सब चमक रहे हैं।रामलला के दर्शन करने के लिए देशभर से लोग अयोध्या पहुंच रहे हैं। बता दें, रोजाना यहां भक्तों की हजारों-लाखों में भीड़ पहुंच रही है। यही नहीं, अयोध्या का टूरिज्म बढ़ाने की भी तैयारी चल रही है। यहां सरयू नदी पर शानदार आइलैंड बनाने का भी प्लान है, वहीं यहां मेडिटेशन सेंटर भी खोलने की तैयारी है। अयोध्या से लेकर रेलवे स्टेशन तक तस्वीर पूरी बदल गई है।