यह हैं दुनिया का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन, चलते-चलते वजन हो जाएगा कम
भारतीय रेलवे दुनिया के सबसे बड़े नेटवर्क्स में से एक है. यहां लाखों लोग रोजाना ट्रेन से सफर करते हैं. कम समय से एक से दूसरी जगह जाने के लिए रेलवे एक किफायती विकल्प होता है.
साथ ही भारतीय रेलवे की पहुंच ऐसी-ऐसी जगहों पर भी होती है जहां स्थितियां बेहद सामान्य नहीं होती हैं. बहरहाल क्या आप जानते हैं कि भारत में ऐसा सा रेलवे स्टेशन है, जिसमें सबसे ज्यादा प्लेटफॉर्म्स हैं. हम जिस रेलवे स्टेशन के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, इस स्टेशन में 10-12 नहीं बल्कि 20 से भी प्लेटफॉर्म्स हैं.
देश का वो स्टेशन जहां सबसे ज्यादा प्लेटफॉर्म्स हैं वो है- हावड़ा जंक्शन. हावड़ा जंक्शन पश्चिम बंगाल की राजधानी में बसा देश का सबसे बड़ा रेलवे स्टेशन है. इसे देश का सबसे व्यस्त रेलवे स्टेशन भी कहा जाता है.
इस रेलवे स्टेशन 10-12 नहीं बल्कि पूरे 23 प्लेटफॉर्म्स हैं. अंग्रेजों के जमाने में बने इस स्टेशन की खास बात ये भी है कि इसमें एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिए आम स्टेशनों की तरह पुल को पार नहीं करना पड़ता है.
1850 में हुई थी स्थापना
कोलकाता के हावड़ा रेलवे स्टेशन में टोटल 23 प्लेटफॉर्म्स हैं और इसी के चलते ये काफी व्यस्त रहने वाला रेलवे स्टेशन है. यहां 26 पटरियों की रेलवे लाइन बिछी हुई है.
हावड़ा रेलवे स्टेशन की स्थापना 1850 में हुई थी. वर्तमान में, हावड़ा स्टेशन पर दैनिक यात्रियों की औसत संख्या प्रति दिन 10.5 लाख से अधिक है. इसके अलावा, इसके ज्यादातर प्लेटफॉर्म्स काफी व्यस्थित हैं, जिससे ट्रेनों को स्मूद अरावल और डिपार्चर की सुविधा मिलती है.
ब्रिटिश आर्किटेक्ट हैल्सी रिकार्डो द्वारा डिजाइन किए गए, हावड़ा रेलवे स्टेशन पर 15 अगस्त, 1854 को हावड़ा से हुगली (30 किलोमीटर) तक पहली कमर्शियल ट्रेन चलाई गई थी. उसी दिन, बल्ली, सेरामपुर और चंदननगर में सटॉपेज के साथ सुबह और शाम के लिए नियमित सेवाएं शुरू की गईं.
गौर करने वाली बात ये भी है कि हावड़ा डिवीजन शांतिनिकेतन (बोलपुर), बेलूर मठ (बेलूर), तारापीठ (रामपुरहाट), तारकेश्वर, हुगली इमामबाड़ा और पुर्तगाली चर्च (बंदेल), नबद्वीप धाम (इस्कॉन मंदिर), अजीमगंज (हजारदुरी) और बर्धमान जैसे महत्वपूर्ण पर्यटन स्थलों की सेवा प्रदान करता है.