भारतीय नेवी का तीसरा सफल ऑपरेशन, श्रीलंकाई क्रू को समुद्री लुटेरों से बचाया

भारतीय नौसेना ने हिंद महासागर में श्रीलंका के जहाज को समुद्री लुटेरों से बचा लिया है (Indian Navy recues Sri Lankan fishing vehicle). नौसेना ने सेशेल्स डिफेंस फोर्स और श्रीलंका की नौसेना के साथ ये ऑपरेशन पूरा किया.

ऑपरेशन के बाद सोमाली के तीन समुद्री लुटेरों ने सेशेल्स डिफेंस फोर्स के सामने सरेंडर कर दिया है. पिछले तीन दिनों में भारतीय नौसेना का ये तीसरा सफल एंटी-पायरेसी ऑपरेशन है.

इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय नौसेना ने बताया कि श्रीलंका के जहाज में मौजूद सभी छह क्रू मेंबर सुरक्षित हैं. जहाज को सेशेल्स के माहे ले जाया गया है. इससे पहले श्रीलंका के जहाज लॉरेंज़ो पुथा 04 के हाईजैक होने की सूचना मिली थी. 27 जनवरी को तीन समुद्री लुटेरे जहाज पर चढ़े और उसे हाईजैक कर लिया. सूचना मिलते ही भारतीय नौसेना ने 28 जनवरी को INS शारदा को ऑपरेशन के लिए तैनात किया. इसके साथ ही नौसेना ने HALE Sea Guardian को जहाज की लोकेशन पता लगाने के लिए लगाया.

रिपोर्ट के अनुसार भारतीय नौसेना ने बताया,

“हिंद महासागर के इंफॉर्मेशन फ्यूजन सेंटर में मौजूद श्रीलंका और सेशेल्स के संपर्क अधिकारियों की जानकारी के आधार पर ऑपरेशन किया गया. 29 जनवरी को हाईजैक किए गए जहाज को SCGS Topaz ने सेशेल्स एक्सक्लूजिव इकोनॉमिक ज़ोन में पकड़ लिया.”

पाकिस्तान के 19 नागरिकों को बचाया

इससे पहले 30 जनवरी को नौसेना ने जानकारी दी कि नौसेना के युद्धपोत INS सुमित्रा ने एक और सफल एंटी-पायरेसी ऑपरेशन चलाया. इस ऑपरेशन में नौसेना ने 19 लोगों को सोमालिया के समुद्री डाकुओं से बचाया. जहाज पर चालक दल सहित सभी 19 लोग पाकिस्तानी नागरिक थे.

ऐसा ही एक और सफल ऑपरेशन भारतीय नौसेना ने 29 जनवरी को किया. नौसेना के जहाज INS सुमित्रा ने सोमालिया के पूर्वी तट और अदन की खाड़ी में मछली पकड़ने वाले जहाज इमान को सोमाली समुद्री लुटेरों से बचाया था. ईरानी झंडे वाले इस जहाज में क्रू के 17 लोग सवार थे.

बीते कुछ दिनों में भारत की समुद्री सीमाओं में समुद्री लुटेरों की गतिविधियां काफ़ी बढ़ गई हैं. इन्हें देखते हुए हाल ही में इंडियन नेवी ने अदन की खाड़ी में तीन युद्धपोत तैनात किए हैं. 27 जनवरी को अदन की खाड़ी में एक मालवाहक तेल टैंकर पोत पर आग लग गई थी. भारतीय नौसेना ने इस पर काबू पाया था. पोत पर मिसाइल से हमला किया गया था. जिसके बाद इसमें आग लग गई थी. पोत के चालक दल में 22 भारतीय शामिल थे. जिस जहाज पर आग लगी थी वो ब्रिटिश ऑयल टैंकर एमवी मार्लिन लुआंडा था. आग लगने के बाद जहाज से मदद मांगी गई थी, जिसके बाद भारतीय नौसेना ने सहायता के लिए अपने युद्धपोत INS विशाखापट्टनम को तैनात किया था.

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