अमेरिका में लापता हुआ था भारतीय छात्र, अब यूनिवर्सिटी में लाश मिली है
अमेरिका के इंडियाना राज्य में 28 जनवरी को एक भारतीय छात्र लापता हुआ था, लेकिन अब उसकी मौत हो गई है. भारतीय छात्र का नाम नील आचार्य (Neel Acharya) है. नील पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के जॉन मार्टिंसन ऑनर्स कॉलेज के छात्र थे.
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक़ उन्हें रविवार 10:30 बजे पर्ड्यू यूनिवर्सिटी से फ़ोन आया, बताया गया कि कैंपस में एक शव मिला है. शव के पास नील का एक ID प्रूफ भी मिला. इसके बाद पुलिस ने नील की मौत की पुष्टि की. इससे पहले 14 जनवरी को भी एक भारतीय छात्र की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी.
यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट न्यूजपेपर पर्ड्यू एक्सपोनेंट में बताया गया है कि कंप्यूटर विज्ञान विभाग के इंटरिम हेड क्रिस क्लिफ्टन ने इमेल के जरिए नील की मौत की ख़बर के बारे में सभी को सूचित किया, लिखा,
“बड़े दुख के साथ मैं आपको सूचित कर रहा हूं कि हमारे एक छात्र नील आचार्य का निधन हो गया है. उनके परिवार और दोस्तों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.”
नील के दोस्त और रूममेट आर्यन खानोलकर ने यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट न्यूज़पेपर से बात करते हुए कहा,
“नील एक अच्छा इंसान था और हम सभी हमेशा उसे याद करेंगे. नील आचार्य साल 2022 से पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के जॉन मार्टिंसन ऑनर्स कॉलेज में कंप्यूटर साइंस और डेटा साइंस में डबल मेजर कर रहा था. उसने स्कूल की पढ़ाई पुणे से पूरी की थी.”
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक़ नील की मां गौरी आचार्य ने 28 जनवरी को X पर अपने बेटे को ढूंढने की अपील की थी.
“हमारा बेटा नील आचार्य कल 28 जनवरी (12:30 AM EST)से लापता है, वह अमेरिका में पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में पढ़ रहा है. उसे आखिरी बार उबर ड्राइवर ने देखा था, जिसने उसे पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में छोड़ा था. हम किसी भी जानकारी की तलाश कर रहे हैं. अगर आप कुछ जानते हैं तो प्लीज़ हमारी मदद करें.”
उनके पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए, शिकागो में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने कहा,
“वाणिज्य दूतावास पर्ड्यू यूनिवर्सिटी के अधिकारियों और नील के परिवार के साथ भी संपर्क में है. वाणिज्य दूतावास हर संभव मदद करेगा.”
जनवरी में दूसरा मामला
नील आचार्य की मौत से पहले 14 जनवरी को अमेरिका में एक और भारतीय छात्र बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. अमेरिकी मीडिया के मुताबिक ये घटना जॉर्जिया राज्य के लिथोनिया शहर की है. पुलिस अधिकारियों के मुताबिक आरोपी की पहचान जुलियन फॉकनर के रूप में हुई है, वो लिथोनिया का ही रहने वाला है. अरेस्ट किया जा चुका है. ये भी पता चला है कि फॉकनर को नशे की लत है और नशे में ही उसने विवेक सैनी (भारतीय छात्र) की हत्या कर दी.
विवेक अमेरिका में MBA की पढ़ाई करने गए थे. एक स्टोर में पार्ट टाइम क्लर्क का काम भी करते थे. वो पिछले कुछ दिनों से फॉकनर की मदद कर रहे थे. बताया जाता है कि विवेक उसे तीन-चार दिन से खाने-पीने की चीज़ें दे रहे थे. लेकिन, 14 जनवरी को जब विवेक ने अपराधी को फ्री में सामान देने से मना किया, तो उसने विवेक पर हथौड़े से हमला कर दिया.