Rose Day: आखिर क्यों गुलाब को ही मानते हैं प्रेम का प्रतीक? दूसरे फूलों से नहीं होती वैलेंटाइन वीक की शुरुआत
फरवरी का महीना शुरू होते ही हर लवबर्ड्स को वैलेंटाइन वीक का इंतजार रहता है। प्रेम के खास सप्ताह की शुरुआत रोज डे के साथ शुरू होती है। लेकिन कभी क्या सोचा है कि आखिर क्यों गुलाब के फूल को ही प्रेम का प्रतीक माना जाता है।
दुनिया में और भी तो बहुत सारे खूबसूरत फूल हैं। जिन्हें पसंद करने वाली अच्छी खासी तादाद है। लेकिन किसी के सामने प्रेम का इजहार करना हो तो सुर्ख लाल रंग के गुलाब के फूल ही याद आते हैं। गुलाब को प्यार और खूबसूरती का प्रतीक माना जाता है।
वैलेंटाइन डे की शुरुआत गुलाब से ही क्यों?
यूनान और ग्रीक की पौराणिक मान्यताओं के अनुसार एफ्रोडाइट, जिसे प्रेम और खूबसूरती की देवी मानी जाती थी,, की सुंदरता ऐसी थी कि वो जहां जाती थी गुलाब उग जाते थे। एफ्रोडाइट की वजह से गुलाब को प्यार और इच्छा का प्रतीक माना जाने लगा। यूनानी देवता एडोनिस से जुड़ी पौराणिक मान्यता के अनुसार एडोनिस को शिकार के दौरान जंगली सुअर ने मार डाला और उनके खून के धब्बे आसपास उगे सफेद रंग के गुलाब के फूलों पर लग गए। जिसके बाद लाल गुलाब को त्याग और जुनून का प्रतीक माना जाने लगा।