भारत बनेगा ग्लोबल लीडर’, मोदी सरकार के इस प्लान से होने जा रहा संभव
मोदी सरकार ने टेक्नोलॉजी कंपनियों से एफडीआई आकर्षित करने पर बहुत अधिक जोर दिया है, जिसके कारण वैश्विक कंपनियों के लिए एक दशक पहले के मुकाबले आज भारत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराना काफी आसान हो गया है। एक अमेरिकी फर्म डॉक्यूसाइन के नवनियुक्त भारतीय-अमेरिकी अध्यक्ष रॉबर्ट चटवानी ने यह बात कही है। उन्होंने भारत में प्रशासन और अन्य क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी को अधिक से अधिक अपनाने पर जोर दिया। चटवानी ने बताया कि मेरी समझ यह है कि ये सभी कानून नरेंद्र मोदी सरकार के तहत आए हैं। इससे संकेत मिलता है कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले कई वर्षों के दौरान किस तरह न सिर्फ सरकार में, बल्कि सभी क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी को अपनाने का चलन बढ़ा है।
भारत बनेगा ग्लोबल लीडर
उन्होंने कहा कि उनकी कंपनी बेंगलुरु में एक पूर्ण इंजीनियरिंग केंद्र और विकास केंद्र स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। एक अन्य भारतीय-अमेरिकी उद्यमी और स्टार्टअप सलाहकार मतीन सैयद ने कहा कि दुनिया भर के प्रतिभाशाली लोग सिलिकॉन वैली की ओर आकर्षित होते हैं, क्योंकि यह जगह विफलता का जश्न मनाती है। ऐसा माहौल दुनिया के किसी अन्य हिस्से में नहीं दिखता है। उन्होंने कहा कि सिलिकॉन वैली अपनी भौगोलिक स्थिति या टेक्नोलॉजी की वजह से लोकप्रिय नहीं है, बल्कि इसलिए लोकप्रिय है क्योंकि यहां विफलता का जश्न मनाया जाता है। वर्ष 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिलिकॉन वैली कार्यक्रम में भाग लेने वाले सैयद ने कहा कि भारत उस मोड़ पर है, जहां वह वैश्विक नेता बनने जा रहा है।