निलंबित WFI के महासचिव की निगरानी में तदर्थ समिति वाला नेशनल्स, ओलंपिक कोटे की आस में विनेश भी पहुंचीं जयपुर
खेल मंत्रालय ने दिसंबर महीन में रेसलिंग फेडरेशन को निलंबित कर दिया लेकिन संजय सिंह की अध्यक्षता वाली फेडरेशन खुद को निलंबित नहीं मानती है। आईओए ने निलंबन के बाद फेडरेशन का काम काज देखने के लिए तदर्थ समिति बनाई है।
निलंबित रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया और तदर्थ समिति ने पिछले महीने अलग-अलग नेशनल्स का ऐलान किया। खेल मंत्रालय द्वारा निलंबित रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के पदाधिकारियों के बीच खाई कितनी गहरी हो चुकी है यह जयपुर में तदर्थ समिति द्वारा आयोजित नेशनल्स में दिखाई दिया।
खेल मंत्रालय और आईओए ने पुणे में हुई रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने नेशनल्स को मान्यता नहीं दी थी। निलंबित रेसलिंग फेडरेशन के महासचिव प्रेम लोचब जयपुर में हो रहे तदर्थ समिति के नेशनल्स के आयोजक हैं। वह यह आयोजन महासचिव के तौर पर नहीं बल्कि रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड के सचिव के तौर पर कर रहे हैं।
आईओए और खेल मंत्रालय ने जयपुर नेशनल्स में दिए जाने वाले सर्टिफिकेट्स को मान्यता दी है जो कि खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी के समय काम आएंगे। वहीं संजय सिंह ने इन नेशनल्स को गैरजरूरी करार दिया था। उनका कहना था कि फेडरेशन की नजर में इन नेशनल्स की कोई अहमियत नहीं है। उनकी फेडरेशन में शामिल लोचब जयपुर में खिलाड़ियों को सभी सुविधाएं देने की कोशिश में लगे हैं। लोचब को बृजभूषण सिंह के खिलाफ धरना करने वाले पहलवानों के करीब माना जाता है। यही कारण है कि वह आईओए की तदर्थ समिति के भी पक्षधर हैं। लोचब ने दावा किया है कि तदर्श समिति के जयपुर में हो रहे नेशनल्स में पहलवानों को हर तरह की सुख सुविधा दी जा रही है।
लोचब ने तैयारियों के बारे में इंडियन एक्सप्रेस से कहा, ‘यहां की तैयारियां देखकर ऐसा लग रहा है कि घर में किसी की शादी है। रेलवे के अधिकारी, अर्जुन अवॉर्डी भी यहां पहुंचे हैं। यह चैंपियनशिप काफी अहम है और हम इसे अच्छी तरह आयोजित करना चाहते हैं। नेशनल्स में आने वाले खिलाड़ियों के लिए हम सबकुछ करना चाहते हैं। सभी पहलवानों को खाना दिया जा रहा है, उन्हें होटल में रहने की जगह दी गई है। खिलाड़ियों को अपनी जेब से एक भी पैसा नहीं देना है।’ रेसलिंग फेडरेशन के चुनाव जीतने के बाद जब संजय सिंह ने एज ग्रुप चैंपियनशिप का ऐलान किया था। लोचब को इस प्रक्रिया में शामिल नहीं किया गया था। खेल मंत्रालय ने इस फैसले को अनुशासन और नियमों के खिलाफ माना था और फेडरेशन को निलंबित कर दिया था।
जयपुर नेशनल्स में हिस्सा लेने वाले बड़े नामों में वर्ल्ड चैंपियनशिप मेडलिस्ट विनेश फोगाट का नाम भी शामिल है। विनेश ने एशियन गेम्स में भी सर्जरी के कारण हिस्सा नहीं लिया था। वह एक साल से भी लंबे बाद इस चैंपियनशिप के साथ वापसी कर रही हैं वह शनिवार को जयपुर पहुंची और तदर्थ समिति से मुलाकात भी की। उनके साथ साक्षी मलिक भी मौजूद थीं। पेरिस ओलंपिक से पहले इन नेशनल्स की अहमियत बहुत ज्यादा है। यहीं से खिलाड़ी ओलंपिक ट्रायल्स के लिए दावेदारी पेश करेंगे। कौन से रेसलर्स पेरिस जाएंगे इसपर आखिरी फैसला आईओए का ही है।