महंगे एयर फेयर पर लगेगी लगाम, फेस्टिव सीजन में मनमाना दाम नहीं बढ़ा सकती एयरलाइन कंपनियां
ट्रांसपोर्ट, टूरिज्म एंड कल्चर पर संसद की स्थाई समिति ने घरेलू उड़ानों के किराए को रेगुलेट किए जाने की पैरवी की है. वाईएसआर कांग्रेस के सांसद वी विजयसाई रेड्डी की अगुवाई वाली समिति का कहना है कि त्योहारों और छुट्टियों के करीब आने पर घरेलू विमानन कंपनियां किराया बढ़ा देती हैं.
बढ़ते हवाई किराये को लेकर जताई जा रही चिंता के बीच एक संसदीय समिति ने बृहस्पतिवार को विशिष्ट मार्गों पर हवाई किराये की अधिकतम सीमा निर्धारित करने का प्रस्ताव रखा है. समिति ने हवाई टिकट की कीमतों पर नियंत्रण रखने के लिए एक अलग इकाई स्थापित करने का भी प्रस्ताव रखा है. हवाई किराए पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय की प्रतिक्रियाओं पर विचार करने के बाद समिति ने कहा कि एयरलाइंस द्वारा टिकट की कीमतों का स्व-नियमन असरदार नहीं रहा है.
अभी क्या है हाल?
फिलहाल हवाई किराया न तो सरकार तय करती है और न ही इसका विनियमन करती है. परिवहन, पर्यटन और संस्कृति पर गठित संसदीय समिति ने हवाई किराये के निर्धारण के मुद्दे पर अपनी सिफारिशों एवं टिप्पणियों पर सरकार द्वारा की गई कार्रवाई पर रिपोर्ट पेश की. समिति ने रिपोर्ट में कहा कि ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं जहां खासकर त्योहारों या छुट्टियों के दौरान हवाई किराये में असामान्य वृद्धि हुई है.
संसदीय समिति की ये है राय
संसदीय समिति की राय है कि एयरलाइंस का स्व-नियमन प्रभावी नहीं रहा है. यह भी सिफारिश की गई है कि एक तंत्र विकसित किया जा सकता है जिससे नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) को हवाई किराया विनिय ।