Retirement Age Hike: कर्मचारी अब 60 नहीं इतने साल की उम्र में होंगे रिटायर, सरकार ने लागू की नई ऐज स्कीम
एक बड़े फैसले में जम्मू-कश्मीर सरकार ने विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के लिए रिटायरमेंट की आयु 62 से बढ़ाकर 65 साल करने का ऐलान किया है।
एक आधिकारिक डॉक्यूमेंट के मुताबिक यह निर्णय जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में प्रशासनिक परिषद द्वारा लिया गया था। हालांकि, ये फैसला मामले के आधार पर भी किया जा सकता है कि रिटायरमेंट की उम्र बढ़ानी है की नहीं।
मामले के आधार पर भी लिया जा सकता है
प्रत्येक मामले की जांच करने के बाद या किसी मामले पर आयु में बढ़ोतरी की पात्रता तय करने के लिए 2023 के सरकारी आदेश संख्या 183-जेके (HE) के माध्यम से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठित की गई है।
यही मामलों में उम्र को तय करने का काम करेगी। हायर एजुकेशन डिपार्टमेंट (HED) ने आवश्यक कार्रवाई और सूचना के प्रसार के लिए जम्मू विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार को सरकार के फैसले के बारे में सूचित कर दिया है।
ये होंगे मापदंड-
सरकारी आदेश के अनुसार 62 साल की आयु तक पहुंचने से पहले विश्वविद्यालय के प्रोफेसरों के प्रदर्शन की कई मापदंडों के आधार पर गहन समीक्षा और मूल्यांकन किया जाएगा।
समिति प्रोफेसर के प्रदर्शन पर विचार करेगी, जिसमें उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य और शिक्षण के लिए उपयुक्तता शामिल है।
इन आधार पर लिया जाएगा फैसले-
आदेश के अनुसार समिति प्रकाशनों, पुस्तकों, पुस्तकों के अध्यायों की संख्या, सेमिनारों, सम्मेलनों और कार्यशालाओं में भाग लेने, नए पाठ्यक्रम और पाठ्यक्रमों के विकास, पेटेंट
जैसे मापदंडों पर विचार करते हुए प्रोफेसरों के शैक्षणिक योगदान का अतिरिक्त मूल्यांकन किया जाएगा। आदेश में कहा गया है
कि समिति संस्थान में प्रोफेसरों के योगदान का मूल्यांकन करेगी, जिसमें विश्वविद्यालय समितियों में उनकी भागीदारी और संस्थान की बेहतरी के लिए उनका योगदान शामिल होगा।