पीएम नरेंद्र मोदी ने झाबुआ में हितग्राहियों से की बात, विभिन्न योजनाओं की ली जानकारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झाबुआ में जनजातीय महा सम्मेलन के अवसर पर विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियो से संवाद किया. उन्होंने आहार अनुदान योजना के हितग्राही गोरा बाई सहरिया, रामी बाई सहरिया, वास्तो बाई सहरिया से संवाद किया. प्रधानमंत्री मोदी ने योजना के लाभ मिलने संबंधित जानकारी ली. प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री स्वामित्व योजना के हितग्राही प्रकाश वसुनिया, रुखमा बाई डामोर से संवाद करते हुए योजना के लाभ के बारे में जानकारी ली.
प्रधानमंत्री मोदी ने बिरसा मुंडा स्वरोजगार योजना के हितग्राही दीपक डामोर एवं सचिन चौहान से संवाद करते हुए योजना के लाभ और उससे रोजगार के मिले अवसर की जानकारी ली.
झाबुआ में आयोजित सभा में पीएम मोदी ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव को लेकर प्रचार करने के लिए झाबुआ नहीं आए हैं, बल्कि हालिया विधानसभा चुनावों में मध्य प्रदेश में मिले जबरदस्त समर्थन के लिए लोगों को धन्यवाद देने के खातिर एक सेवक के रूप में आए हैं.
डबल इंजन सरकार दोगुनी गति से कर रही काम
जनसभा को संबोधित करने से पहले शुरू की गई 7,550 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, हमारी डबल इंजन सरकार मध्य प्रदेश में दोगुनी गति से काम कर रही है. उन्होंने पिछले साल शुरू किए गए राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन 2047 का जिक्र करते हुए कहा, हमने वोट के लिए नहीं, बल्कि आदिवासियों के स्वास्थ्य के लिए सिकल सेल एनीमिया के खिलाफ अभियान शुरू किया है.
उन्होंने कहा कि वे वन फसल, जिन पर सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) सुनिश्चित करती है, उनकी संख्या 10 से बढ़ाकर लगभग 90 कर दी गई है और वन धन केंद्र भी खोले गए हैं, जबकि जन-मन योजना भी लागू की जा रही है.
झाबुआ में सीएम राइज स्कूल होगा शुरू
उन्होंने कहा, 1.75 लाख से अधिक लाभार्थियों को भूमि अधिकार संबंधी समस्याओं से बचाने के लिए आज स्वामित्व पत्र दिए गए. भाजपा सरकार ने आदिवासियों को भूमि अधिकार वापस कर दिए हैं. प्रधानमंत्री ने कहा कि झाबुआ में एक सीएम राइज स्कूल शुरू किया जाएगा. इसके साथ ही उन्होंने यहां क्रांतिसूर्य टंट्या मामा भील विश्वविद्यालय की आधारशिला भी रखी.
मोदी ने कहा कि यह मेरी गारंटी है कि तीन करोड़ महिलाओं को लखपति दीदी बनाया जाएगा. महिला किसानों को ड्रोन उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि वे नमो ड्रोन दीदी बनकर कृषि क्रांति ला सकें. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गांवों के बारे में चिंता नहीं की और अपने महलों की चिंता में डूबी रही.