फरवरी में हो रहा है गायत्री अश्वमेध महायज्ञ, राष्ट्र को साथ लेकर बढ़ाने की दिशा में एक नया कदम
गायत्री अश्वमेध महायज्ञ एक महत्वपूर्ण संदेश लेकर आया है. यह यज्ञ संपूर्ण राष्ट्र को एकत्रित करके आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहा है. 21-25 फरवरी, 2024 को मुंबई (महाराष्ट्र) नगर, खारघर में होने जा रहे इस विशाल आयोजन में लाखों लोगों की भागीदारी की जा रही है.
यह ऐतिहासिक यज्ञ विश्व के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है, जो गायत्री परिवार द्वारा संचालित किया जा रहा है.
यह अद्भुत अनुष्ठान विभिन्न समाजों को एक साथ लाने और सामूहिक सोच को प्रोत्साहित करने का प्रयास कर रहा है. अश्वमेध महायज्ञ न केवल आध्यात्मिकता की भावना को बढ़ावा दे रहा है, बल्कि यह सामूहिक उत्थान और सद्भाव की भावना को भी मजबूत कर रहा है.
यह वैश्विक इतिहास में प्रथम एवं एकमात्र नशामुक्त अश्वमेध महायज्ञ होने जा रहा है. यह अखिल विश्व गायत्री परिवार द्वारा संचालित 47 वां अश्वमेध महायज्ञ होगा.
मुंबई अश्वमेध महायज्ञ का आयोजन लगभग 140 एकड़ के विराट मैदान में सम्पन्न होगा. इस महायज्ञ का उद्घाटन वैदिक पद्धति में किया गया है जिसमें 1008 कुंडों का निर्माण किया गया है. प्रत्येक कुंड में 10 व्यक्ति एक साथ हवन करेंगे. इस महायज्ञ में देश के पीएम नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे इसके साथ ही कई संत, महात्मा, राजनेता, अभिनेता, उद्योगपति और समाज के प्रतिष्ठित लोग भी सम्मिलित होंगे.