संन्यास लेकर परिवार संग USA जा बसे थे, कोच का मैसेज दोबारा SA ले आया, आधी NZ टीम को अकेले निपटाया
संन्यास ले चुके किसी खिलाड़ी को जब दोबारा उसकी इंटरनेशनल टीम से खेलने का मैसेज मिले और फिर उसके कमबैक को दुनिया सलाम करे तो ऐसी कहानियां सदियों याद रखी जाती है। इंग्लिश कप्तान बेन स्टोक्स ने पिछले साल एशेज सीरीज में खेलने के लिए मोईन अली को मनाया था। इसी तरह, जब साउथ अफ्रीका के हेड कोच शुक्रि कॉनराड ने 33 साल के राइट आर्म ऑफ स्पिनर डेन पीट को कुछ ऐसा ही ऑफर दिया, तो पीट को यकीन नहीं हुआ। डेन पीट तो साउथ अफ्रीका छोड़कर यूएसए जा बसे थे। लगभग चार साल तक रेड बॉल क्रिकेट से दूर थे। डेन पीट नॉर्थ कैरोलिना में अमेरिकी लीग में खेल रहे थे। जब उन्हें साउथ अफ्रीकी हेड कोच शुक्रि कॉनराड का मैसेज मिला तो शुरू में उन्हें लगा कि ये सिर्फ एक मजाक है। अब वापस लौटकर उन्होंने न्यूजीलैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट झटके।
USA से खेलने का बना लिया था मन
जिम्बाब्वे के खिलाफ 2014 में पदार्पण करने वाले 33 साल के पीट ने न्यूजीलैंड के बल्लेबाजों को काफी परेशान किया। दक्षिण अफ्रीका की ओर से सिर्फ नौ टेस्ट खेलने के बाद पीट अमेरिका की ओर से खेलने की संभावना पर विचार कर रहे थे, लेकिन मौजूदा सीरीज के लिए टीम में उनकी वापसी हो गई। दरअसल, डेन पीट और उनकी पत्नी मीशा, हाल ही में यूएस चले गए थे और अपनी नई जिंदगी से तालमेल बिठाने की कोशिश में थे। पीट को साउथ अफ्रीका लौटकर घरेलू सर्किट में खेलना पड़ा। दुर्भाग्य से कोई भी टीम पैसों की कमी और जगह की कमी के चलते अपने साथ नहीं जोड़ पाई, ऐसे में पीट डिवीजन टू साइड, नाइट्स में शामिल हो गए। शानदार प्रदर्शन के दम पर दक्षिण अफ्रीका ए टीम में जगह बनाई और वेस्टइंडीज ए के खिलाफ तीन मैच की श्रृंखला में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने।
वापसी में करियर की बेस्ट बॉलिंग
कॉनराड 2008 में पीट के कोच थे जब वह वेस्टर्न प्रांत में शामिल हुए थे। उन्होंने 2010 में पीट का प्रथम श्रेणी में डेब्यू देखा। हालांकि, यह 2008 नहीं था। यह 2024 था और दक्षिण अफ्रीका पर एक ऐसी टीम से एक सीरीज हारने का डर मंडरा रहा था, जिनसे वो कभी हारे नहीं थे। पांच साल बाद साउथ अफ्रीका के लिए खेलते हुए अपने करियर के 10वें टेस्ट में डेन पीट ने टॉम लैथम (40), केन विलियमसन (43), विल यंग (36), ग्लेन फिलिप्स (04) सरीखे क्वालिटी बल्लेबाजों को आउट किया तो नील वैगनर को निपटाकर न्यूजीलैंड की टीम को 211 रन पर समेट दिया।