लंबी नौटंकी के बाद WTO की बैठक में पास हुआ आउटकम डॉक्युमेंट, भारत बोला- आखिर जीत गए हम
विश्व व्यापार संगठन (WTO) की बैठक छठे दिन जाकर खत्म हुई। कई मुद्दों पर राय अलग-अलग होने के कारण इसमें काफी देरी हुई। देर रात स्थानीय समयानुसार लगभग 11 बजे छह दिनों के बाद जाकर मंत्रियों ने एक समझौता किया और आउटकम डॉक्युमेंट को मंजूरी दे दी। यह समझौता ऐसे समय में हुआ है, जब भारत ने संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अनुरोध पर ई-कॉमर्स पर सीमा शुल्क में छूट देने की अवधि दो साल के लिए बढ़ाने पर सहमति जताई है। भारत, इंडोनेशिया और बाद में ब्राजील इस छूट को खत्म करना चाहते थे, लेकिन शुक्रवार शाम को यूएई के व्यापार मंत्री थानी बिन अहमद अल जियौदी से मुलाकात के बाद वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल इस प्रस्ताव पर सहमत हो गए।
यह सब इतनी आसानी से नहीं हुआ
आउटकम डॉक्यूमेंट कोई आसानी से पास नहीं हुआ है। इसके पीछे लंबी चली नौटंकी भी रही। जब लगा कि मीटिंग खत्म होने वाली है और आयोजक सोफे और पानी के डिस्पेंसर साइड रूम में ले जाने लगे, तब इंडोनेशिया ने अचानक चौंका दिया। उन्होंने ई-कॉमर्स पर छूट बढ़ाने के विस्तार पर अपनी चिंताओं का हवाला देते हुए अंतिम दस्तावेज को स्वीकार करने से इनकार कर दिया। हालांकि 160 से अधिक सदस्य पहले ही सहमत थे। विश्व व्यापार संगठन (WTO) में तब तक कोई भी दस्तावेज स्वीकृत नहीं होता, जब तक सभी देश उसका समर्थन न करें। इंडोनेशियाई पक्ष ने कहा कि उनके पास विस्तार का समर्थन करने के लिए राजनीतिक जनादेश नहीं है। इसके बाद चीजों को सुलझाने में लगभग 45 मिनट लग गए। जकार्ता को कुछ फोन करने के बाद इंडोनेशियाई पक्ष ने अपना विरोध छोड़ दिया और व्यापार मंत्री अंतिम दस्तावेज को मंजूरी देने के लिए हॉल में लौट आए।
और अंतत: जीत भारत की हुई
अब वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल की बारी थी। उन्होंने ई-कॉमर्स से जुड़ी बात को उठाया। भारत एक समझौते का विरोध कर रहा था क्योंकि इससे उसके हितों की रक्षा नहीं हो रही थी। आधी रात के बाद, जब व्यापार मंत्री फिर से वार्ता कक्ष में इकट्ठा हुए, तो एक देश ने पहले इस मुद्दे को उठाया और फिर कहा कि एक अन्य सदस्य राष्ट्र इसे चाहता है। चर्चा चल ही रही थी कि अचानक एक कागज सामने आया। जब भारत ने इस मुद्दे को उठाया तो कुछ अधिकारियों ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) के एक वरिष्ठ अधिकारी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। इसके बाद वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल अपनी सीट से उठकर उस मंच के पास गए जहां यूएई के व्यापार मंत्री और डब्ल्यूटीओ के शीर्ष अधिकारी बैठे थे। उन्होंने इस घटना का विरोध किया और डब्ल्यूटीओ प्रमुख Ngozi Okonjo-Iweala के साथ इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने कहा कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है। इस बिंदु पर, गोयल ने कहा कि अगर मत्स्य पालन को शामिल किया जाता है, तो भारत ई-कॉमर्स पर रोक के लिए अपना समर्थन वापस ले लेगा। इसके परिणामस्वरूप, सभी सदस्य देशों ने शनिवार तड़के इस फैसले का समर्थन किया ।