रोहित शर्मा के साथी ने किया संन्यास का ऐलान, आखिरी मैच में ढाया कहर, फाइनल में टीम को दिलाई बड़ी बढ़त
रणजी ट्रॉफी के फाइनल में 41 बार की चैंपियन मुंबई ने गजब की वापसी की है. विदर्भ के खिलाफ खेले जा रहे मैच में पहली पारी के दौरान महज 224 रन पर ढेर होने के बाद भी बढ़त बनाने में कामयाबी हासिल की. धवल कुलकर्णी और तनुष कोटियान की घारदार गेंदबाजी के विदर्भ की पहली पारी महज 105 रन पर ही सिमट गई. टीम इंडिया से बाहर चल रहे शार्दुल ठाकुर ने बल्लेबाजी में जलवा बिखेर टीम को मुश्किल निकाला था.
भारतीय क्रिकेट टीम की तरफ से खेल चुके सीनियर खिलाड़ी अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में खेल रही मुंबई की टीम ने रणजी फाइनल में विदर्भ के खिलाफ जबरदस्त वापसी की है. टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए मुंबई की टीम खस्ता हाल बल्लेबाजी की वजह से महज 224 रन ही बना पाई थी.. नीचले क्रम में आकर शार्दुल ठाकुर ने अर्शशतकीय पारी खेल टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया.
पहली पारी में मुंबई को 224 रन पर ढेर करने के बाद विदर्भ के बढ़त बनाने की उम्मीद पर रोहित शर्मा के साथी ने पानी फेर दिया. अनुभवी तेज गेंदबाज धवल कुलकर्णी ने 11 ओवर में 5 मेडन ओवर करते हुए महज 15 रन देकर 3 अहम विकेट झटक लिए. ओपनर अथर्व तायडे, अमन मोखाड़े और पिछले मैच के हीरो करुण नायर को उन्होंने अपना शिकार बनाया. पूरी टीम 105 रन पर समेटने में तनुष कोटियान की 3 विकेट भी अहम रहे. धवल कुलकर्णी ने इस मैच से पहले अपने संन्यास की घोषणा कर दी है. गेंदबाज के लिए उतरते वक्त टीम के खिलाड़ियों ने उनको गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया.
8 बैटर नहीं पहुंचे दहाई अंक तक
विदर्भ की टीम मुंबई के खिलाफ पहली पारी में सस्ते में निपट गई और उसकी टीम के 8 बैटर दहाई अंक तक नहीं पहुंच पाए. इसमें से दो बड़े नाम तो खाता भी नहीं खोल पाए. करुण नायर और ध्रुव शौरी. करुण को धवल कुलकर्णी ने शिकार बनाया जबकि ध्रुव का विकेट शार्दुल ठाकुर ने हासिल किया.