बुजुर्गों की बैंक एफडी से सरकार की बंपर कमाई, 27,000 करोड़ की आय
मुंबई. सुरक्षित और स्थिर रिटर्न के लिए देशभर में लाखों लोग बैंक एफडी कराते हैं. खासकर, बुजुर्ग नागरिक बैंक एफडी को सबसे सुरक्षित मानते हैं इसलिए बैंक फिक्स डिपॉजिट में जमकर पैसा लगाते हैं.
बैंक एफडी अब सरकार के लिए भी कमाई का बड़ा जरिया बन गया है. दरअसल केंद्र सरकार ने पिछले वित्त वर्ष में फिक्स डिपॉजिट पर कमाए गए ब्याज पर वरिष्ठ नागरिकों से 27,000 करोड़ रुपये से ज्यादा टैक्स हासिल किया है. देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई के शोधकर्ताओं ने यह जानकारी दी. एसबीआई शोधकर्ताओं की रिपोर्ट कहती है कि पिछले 5 वर्षों में जमा की कुल राशि वित्त वर्ष 2023-24 के अंत में 143 प्रतिशत बढ़कर 34 लाख करोड़ रुपये हो गई जबकि पांच साल पहले यह 14 लाख करोड़ रुपये थी.
रिपोर्ट के मुताबिक, सावधि जमाओं पर अधिक ब्याज दर होने से वरिष्ठ नागरिकों के बीच यह जमा योजना काफी लोकप्रिय हुई है. इस अवधि में सावधि जमा खातों की कुल संख्या 81 प्रतिशत बढ़कर 7.4 करोड़ हो गई है.
7 करोड़ खाते, 15 लाख से अधिक की रकम
एसबीआई शोधकर्ताओं का अनुमान है कि इनमें से 7.3 करोड़ खातों में 15 लाख रुपये से अधिक की राशि जमा है. इन जमाओं पर 7.5 प्रतिशत का ब्याज मिलने के अनुमान को ध्यान में रखें तो वरिष्ठ नागरिकों ने सिर्फ ब्याज के रूप में ही पिछले वित्त वर्ष में 2.7 लाख करोड़ रुपये कमाए हैं.
रिपोर्ट कहती है कि इसमें बैंक जमा से 2.57 लाख करोड़ रुपये और शेष राशि वरिष्ठ नागरिक बचत योजना की है. रिपोर्ट में कहा गया है, ”वरिष्ठ नागरिकों द्वारा भुगतान किए गए 10 प्रतिशत (औसत) कर को सभी वर्गों के बीच सुसंगत मानते हुए, भारत सरकार द्वारा टैक्स कलेक्शन लगभग 27,106 करोड़ रुपये होगा.” बता दें कि सरकारी और प्राइवेट सभी बैंक वरिष्ठ नागरिकों को फिक्स डिपॉजिट पर 0.50 फीसदी ब्याज ज्यादा देता है. इसलिए बुजुर्ग नागरिक एफडी में अच्छा पैसा निवेश करते हैं.