पाकिस्तान में आखिर कौन सुरक्षित? अब जापानियों पर आत्मघाती हमला, दो लोगों की मौत
पाकिस्तान में आखिर कौन सुरक्षित है? यह सवाल इसलिए उठ रहा है क्योंकि सुदूर इलाकों से लेकर शहरों तक में आतंकी हमले हो रहे हैं। शुक्रवार की सुबह कराची के लांधी इलाके में एक आत्मघाती हमला हुआ।
यह हमला जापानी नागरिकों को लेकर जा रही एक गाड़ी को निशाना बनाकर किया गया। इस हमले में दो लोगों की मौत की खबर है, जबकि पांचों जापानी नागरिक सुरक्षित हैं, जो कार में सवार थे। अब तक मिली जानकारी के अनुसार पुलिस की जवाबी कार्रवाई में आत्मघाती हमलावर और दो आतंकवादी मारे गए हैं।
पुलिस प्रवक्ता अबरार हुसैन बलोच ने बताया कि जापानी नागरिकों को सुरक्षित ठिकाने पर भेजा गया है। फिलहाल पुलिस उनकी सुरक्षा में तैनात है। फिलहाल किसी आतंकी समूह ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। पाकिस्तान में अकसर ऐसे भीषण आतंकी हमले होते रहे हैं, जिनमें उसके ही पाले तालिबान और अलकायदा जैसे संगठन शामिल रहे हैं। इसके अलावा अलगाववादी उग्रवादी समूह बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी की ओर से भी पाकिस्तान में अटैक किए गए हैं। चीनी नागरिकों को निशाना बनाते हुए कई हमले बीते सालों में हुए हैं, लेकिन यह पहला मौका है, जब जापानी नागरिकों को टारगेट किया गया है।
कराची पुलिस ने पुष्टि की है कि यह आत्मघाती हमला था। जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक इस हमले में एक और वाहन को नुकसान पहुंचा है। पुलिस ने कहा कि आतंकी के शरीर पर आत्मघाती जैकेट बंधी हुई थी और एक ग्रेनेड भी बंधा था। पुलिस ने बताया कि जिन जापानी नागरिकों को निशाना बनाकर हमला किया गया है, वे एक एक्सपोर्ट यूनिट में काम कर रहे थे। जिन्ना अस्पताल ने बताया कि तीन लोगों को अस्पताल में एडमिट कराया गया है। इनमें से दो लोग गंभीर रूप से जख्मी हैं। घायलों की पहचान दो सुरक्षाकर्मियों नूर मोहम्मद, लंगर खान और एक आम नागरिक सलमान रफीक के तौर पर हुई है। इस घटना में किसी भी जापानी नागरिक को चोट नहीं आई है।
पहले धमाका किया, फिर गाड़ी को निशाना बनाकर फायरिंग
जियो न्यूज ने पुलिस सूत्रों के हवाले से बताया कि धमाके के बाद एक आतंकी गाड़ी को निशाना बनाकर फायरिंग कर रहा था। सिंध के गवर्नर कामरान तेसोरी ने इस हमले की निंदा की है और मौके पर आईजी को जांच के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि कराची जैसे शहर में आतंकवाद को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।