‘हमें आप पर गर्व है’, प्रधानमंत्री मोदी ने गुकेश को दी बधाई, तमिलनाडु के CM ने कही यह बात

भारत के 17 साल के ग्रैंडमास्टर डी गुकेश ने कैंडिडेट्स शतरंज टूर्नामेंट जीतकर इतिहास रच दिया। वह इस टूर्नामेंट को जीतने वाले सबसे कम उम्र के चैंपियन बने। इसके साथ ही वह विश्व चैंपियन को चैलेंज करने वाले सबसे कम उम्र के चैलेंजर भी बने।
उन्होंने महान गैरी कास्पारोव का 40 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया। गुकेश की इस उपलब्धि के बाद पूरी दुनिया से उन्हें बधाई संदेश मिल रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भारत के स्टार शतरंज खिलाड़ी को बधाई दी है।

प्रधानमंत्री मोदी ने दी बधाई
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए लिखा- गुकेश, FIDE कैंडिडेट्स जीतने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बनने पर भारत को आप पर गर्व है। टोरंटो में कैंडिडेट्स में गुकेश की उल्लेखनीय उपलब्धि उनकी असाधारण प्रतिभा और समर्पण को दर्शाती है। उनका उत्कृष्ट प्रदर्शन और शीर्ष तक का सफर लाखों लोगों को प्रेरित करता है।

स्टालिन ने भी दी बधाई
वहीं, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन ने भी गुकेश को बधाई दी है। उन्होंने कहा- अविश्वसनीय उपलब्धि के लिए गुकेश डी को बधाई! केवल 17 साल की उम्र में उन्होंने FIDE कैंडिडेट्स में सबसे कम उम्र के चैलेंजर और टूर्नामेंट जीतने वाले खिलाड़ी के रूप में इतिहास रचा है। विश्व शतरंज चैम्पियनशिप खिताब के लिए डिंग लिरेन के खिलाफ आगे की लड़ाई के लिए शुभकामनाएं!

गुकेश का बयान
भारत के चेन्नई के रहने वाले गुकेश ने FIDE कैंडिडेट्स 2024 शतरंज टूर्नामेंट जीता और खिताब के लिए मौजूदा विश्व चैंपियन डिंग लिरेन को चुनौती देने का अधिकार हासिल किया। अपने इस खिताब के बाद उन्होंने कहा- नाकामुरा के खिलाफ मैच एक बहुत ही महत्वपूर्ण मैच था। मैं आधे अंकों से आगे चल रहा था। मेरा प्लान खुद पर अधिक दबाव नहीं डालना और चीजों को नियंत्रण में रखना था। जानबूझकर तो नहीं, लेकिन हमेशा यह विचार (इतिहास रचने का) रहता है। आपके दिमाग में महत्वपूर्ण मैच और लक्ष्य को लेकर चीजें चलती रहती हैं। हालांकि, आखिरी मुकाबले में मैंने इसके बारे में न सोचने और खेल पर ध्यान केंद्रित करने की कोशिश की।

‘भारत में शतरंज फलफूल रहा’
गुकेश ने कहा- भारत में शतरंज फलफूल रहा है। हम सभी अच्छा कर रहे हैं और भारतीय खिलाड़ियों के लिए टूर्नामेंट जीतना एक बड़ी उपलब्धि है। अगर मैं टूर्नामेंट के दौरान प्राग (आर प्रगनानंदा – भारत के शतरंज ग्रैंडमास्टर) से भी भिड़ता, तो उस वक्त दोस्ती के लिए कोई जगह नहीं होती। यह पूरी तरह प्रतिस्पर्धी टूर्नामेंट था। इस तरह के टूर्नामेंट में हर कोई प्रतिस्पर्धी होता है।

गुकेश ने कहा- मेरा अगला लक्ष्य स्पष्ट रूप से विश्व चैंपियनशिप फाइनल है। मैं अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की योजना बना रहा हूं। वहां मैं सही चीजें करने की कोशिश करूंगा और शतरंज खेलने के लिए आवश्यक मेंटल स्पेस में रहूंगा। उम्मीद है कि चीजें भारत के अनुरूप होंगी। विश्वनाथन सर (विश्वनाथन आनंद) मेरे पूरे करियर में हमेशा एक बड़ा समर्थन रहे हैं। वह न केवल एक प्रेरणा और रोल मॉडल रहे हैं, बल्कि उन्होंने मुझे और भारत के कई युवाओं को व्यक्तिगत रूप से भी समर्थन दिया है। 

फाइनल को लेकर गुकेश का बयान
डिंग लिरेन के खिलाफ विश्व चैंपियनशिप फाइनल मैच की तैयारी को लेकर पूछे जाने पर गुकेश ने कहा- मैंने अभी तक उस बारे में नहीं सोचा है। इसके लिए मुझे ज्यादा समय नहीं मिला है। मैं जल्द ही इसको लेकर तैयारी शुरू करूंगा और प्लान तैयार करूंगा। मैं इस टूर्नामेंट में बेहतर करने की कोशिश करूंगा। मैं हमेशा, हर जगह अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की कोशिश करता हूं।

 

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