राजेश खन्ना के बंगले ‘आशीर्वाद’ की वो कहानी, जिसकी वजह से 90 करोड़ में उसे बेचना पड़ा

शाहरुख खान के मन्नत से लेकर अमिताभ बच्चन के जलसा तक, हम अक्सर उनके इन आलीशान बंगलों के बारे में सुनते रहते है. इन सेलिब्रिटीज का घर किसी टूरिस्ट प्लेस से कम नहीं है. अक्सर लोग मुंबई जाते है तो एक झलक पाने को बेताब रहते है. इसी कड़ी में एक और बंगला है जो आज भी चर्चा का विषय बना रहता है. यह बंगला है राजेश खन्ना का, जिसके पीछे कई रहस्य छिपे हैं. 90 करोड़ रुपये के इस बंगले का नाम कभी डिंपल तो कभी आशीर्वाद रखा गया.
इस बंगले से राजेश खन्ना से लेकर भारत भूषण सहित कई दिग्गजों रहे. इस बगले से राजेश खन्ना कि कई यादें जुड़ी हुई है. यह उनके सफलता, प्यार और भावनात्मक यादों का पिटारा है. बांद्रा के सामने यह बंगला 1970 के दशक में खन्ना के स्टारडम का गवाह था.
महज 60 हजार में खरीदा बंगला
शुरूआती दिनों में इस बंगला के मालिक भारत भूषण थे. यह बांद्रा में स्थित था. इस बंगले को उन्होंने 50 के दशक में खरीदा था. किन्ही वजहों से उन्हें यह बेचना पड़ा. राजेंद्र कुमार नाम के व्यक्ति को यह बंगला भा गया. दरअसल यह बंगला भूत बंगला के नाम से बदनाम था. शायद इसलिए राजेंद्र कुमार को यह महज 60 हजार रुपये में मिल गया. राजेंद्र कुमार ने इस बंगले का नाम अपनी बेटी के नाम पर डिंपल रखा. इसके बाद राजेंद्र कुमार ने एक और बंगला खरीदा और उसका नाम भी डिंपल रखा.
डिंपल के आशीर्वाद बनने की कहानी
अपने बॉलीवुड करियर के दौरान, राजेश खन्ना ने कुमार से इस बंगले को 3.5 लाख रुपये में खरीद लिया, लेकिन राजेंद्र कुमार ने “डिंपल” नाम को बदलने अनुरोध किया क्योंकि उन्होंने पहले ही अपने दूसरे बंगले का नाम भी डिंपल रख दिया था और फिर इस बंगले को “आशीर्वाद” नाम दे दिया गया. खन्ना के निधन के एक साल बाद, इसका नाम बदलकर “वरदान आशीर्वाद” रख दिया गया. राजेश खन्ना को श्रद्धांजलि देने के लिए उनके फैन्स का घर के बाहर आना जारी रहा.
90 करोड़ में हुई थी बिक्री
राजेश खन्ना के निधन के दो साल बाद उनकी बेटी ट्विंकल और रिंकी ने इस बंगले को बेचने का निर्णय लिया. इसकी कीमत कभी 225 करोड़ रुपये थी, उसे 2014 में ऑल कार्गो लॉजिस्टिक्स के कार्यकारी अध्यक्ष उद्योगपति शशि किरण शेट्टी ने 90 करोड़ रुपये में खरीद लिया.उन्होंने अपने पिता के निधन के दो साल बाद इसे बेच दिया.

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