जब तक संसद में बीजेपी का एक भी सांसद है, संविधान में बदलाव नहीं होने देंगे: अमित शाह
लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण से पहले देश के गृह मंत्री अमित शाह ने टीवी9 भारतवर्ष के साथ एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कई मुद्दों पर बेबाकी से बात की. संविधान को लेकर बीजेपी पर विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए उन्होंने विपक्ष को ही कटघरे में खड़ा कर दिया. उन्होंने इसके लिए पश्चिम बंगाल और कर्नाटक का उदाहरण दिया.
‘बीजेपी की 400 सीटें आ गईं तो संविधान बदल देगी’ विपक्ष के इस आरोप के जवाब में अमित शाह ने कहा कि 2014 के चुनाव में ही देश की जनता ने पीएम नरेंद्र मोदी को ये ताकत दे दी थी. विपक्ष के पास कोई एजेंडा नहीं है. संविधान कैसे बदलेगा, इन्हें ये पता ही नहीं है. ये संविधान के नाम पर आरक्षण की बात कह रहे हैं.
‘मैं वादा करता हूं कि ऐसा कभी नहीं होने दिया जाएगा’
विपक्ष के कटघरे में खड़ा करते हुए शाह ने कहा कि हम पर तो ये आरोप लगाते हैं लेकिन सच तो ये है कि बंगाल, कर्नाटक और हैदराबाद में ये लोग कर चुके हैं. मैं देश की जनता से वादा करता हूं कि ऐसा कभी नहीं होने दिया जाएगा. जब तक संसद में बीजेपी का एक भी सासंद है, आरक्षण को हाथ नहीं लगाने देंगे.
‘जो मुसलमान पिछड़े हैं, उन्हें आरक्षण मिलता रहेगा’
‘मुस्लिम आरक्षण’ के मुद्दे पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि संविधान धर्म के आधार पर आरक्षण की इजाजत नहीं देता. इसीलिए हमने मुस्लिम आरक्षण खत्म करने की बात कही है. जो मुसलमान पिछड़े हैं, उन्हें आरक्षण मिलता रहेगा. शाह ने कांग्रेस को ईवीएम के मुद्दें पर भी जमकर घेरा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस मतदान प्रतिशत और ईवीएम पर सवाल उठाती है. मगर, हिमाचल प्रदेश और तेलंगाना में जीते तब ईवीएम पर कुछ नहीं बोला.
‘वादे सटासट-फटाफट और खटाखट धरे गए’
उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने भी सरकार बनाई. जब ये जीतते हैं तो ईवीएम का जिक्र नहीं करते. हारने से पहले ही चिल्लाने लगते हैं. ईवीएम पर ठीकरा फोड़ते हैं. कांग्रेस ने हिमाचल में महिलाओं से वादा किया था कि 1500 रुपये भत्ता देंगे. पशुपालकों से 100 रुपये प्रति लीटर दूध खरीदने का वादा किया था. एक भी वादा पूरा नहीं किया. इनके सभी वादे सटासट-फटाफट और खटाखट धरे गए.