ब्रिटेन की पहली अश्वेत महिला सांसद को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं! मचा घमासान

ब्रिटेन की पहली अश्वेत महिला सांसद डायने एबॉट को लेबर पार्टी से चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं मिलने के दावे के बाद घमासान मच गया है. दावा किया गया है कि ब्रिटेन की विपक्षी लेबर पार्टी ने आंतरिक अनुशासनात्मक प्रक्रिया के बाद देश की पहली अश्वेत महिला सांसद को चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं दी है. इसे संबंध में परस्पर विरोधी बयान आए हैं.
पूर्वी लंदन में हैकनी नॉर्थ और स्टोक न्यूगिंटन से सांसद के रूप में 1987 में डायने एबॉट पहली बार संसद के लिए चुनी गईं थी. उन्होंने दावा किया कि उन्हें लेबर उम्मीदवार के रूप में सीट से फिर से चुनाव लड़ने से रोक दिया गया.
विभिन्न समुदायों द्वारा सामना किए जाने वाले नस्लवाद के स्तरों के बारे में उनकी विवादास्पद टिप्पणियों पर जांच के बाद इस सप्ताह उनके निलंबन को हटा दिया गया.
ब्रिटिश सांसद ने लगाया आरोप

Naturally I am delighted to have the Labour Whip restored and to be a member of the PLP.
Thank you to all those who supported me along the way.
I will be campaigning for a Labour victory.
But I am very dismayed that numerous reports suggest I have been barred as a candidate. pic.twitter.com/OKdyLLOmvE
— Diane Abbott MP (@HackneyAbbott) May 29, 2024

70 वर्षीय एबॉट ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि स्वाभाविक रूप से उन्हें लेबर व्हिप को बहाल करने और पीएलपी (संसदीय लेबर पार्टी) का सदस्य बनने की खुशी है. उनका साथ देने वाले सभी लोगों का धन्यवाद. वह लेबर की जीत के लिए प्रचार करेंगी. लेकिन मैं बहुत निराश हूं कि कई रिपोर्टों से पता चलता है कि उन्हें उम्मीदवार के रूप में प्रतिबंधित कर दिया गया है.
लेबर नेता कीर स्टारमर से जब पूछा कि क्या 70 वर्षीय अनुभवी सांसद को 4 जुलाई के आम चुनाव में पार्टी उम्मीदवार के रूप में प्रतिबंधित किया गया है, उन्होंने कहा कि यह सच नहीं है. डायने एबॉट को प्रतिबंधित करने का कोई निर्णय नहीं लिया गया है. जिस प्रक्रिया से हम गुजर रहे थे, वह दूसरे दिन व्हिप की बहाली के साथ समाप्त हो गई.
पीएम ऋषि सुनक ने मांगी सफाई
ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने भी विवाद में कूदते हुए कहा कि विपक्ष को एबॉट से संबंधित मुद्दों को “साफ” करना चाहिए. उन्होंने कहा कि लेबर पार्टी सभी को बता रही है कि डायने एबॉट की यह जांच जारी है, अब ऐसा लगता है कि यह महीनों पहले समाप्त हो गई थी.
एबॉट द्वारा ‘ऑब्जर्वर’ अखबार में लिखे जाने के बाद लेबर ने पिछले साल अप्रैल में एक जांच शुरू की थी कि आयरिश, यहूदी और ट्रैवलर लोग निस्संदेह पूर्वाग्रह का अनुभव करते है. जिसके बारे में उन्होंने कहा कि यह “नस्लवाद के समान” है.

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