कॉल ड्रॉप के पीछे हाईटेक चोर…टेलीकॉम कंपनियां हैरान और उपभोक्ता परेशान
कॉल ड्रॉप, मोबाइल इस्तेमाल करने वालों के लिए एक ऐसी समस्या है, जिससे लगभग सभी रूबरू होंगे. लेकिन उन्हें ये नहीं पता कि इसके पीछे चोरों का हाथ हैं. जी, हां मोबाइल टावर के उपकरण चुराने वाले हाईटेक चोर, जिन्होंने देशभर में फैले टेलीकॉम टावरों से पिछले कुछ माह में 17 हजार से ज्यादा रेडियो रिसीवर चोरी किए हैं. इसके चलते बड़े पैमाने पर टेलीकॉम कस्टमर्स के मोबाइल का नेटवर्क गायब हो गया और मोबाइल से कनेक्ट दो लोगों के बीच का संपर्क अचानक टूट गया यानी कॉलड्रॉप हो गया.
चोरों ने किया इन टेलीकॉम कंपनियों का नेटवर्क गुल
टेलीकॉम कंपनियां के कुल 17,000 से ज्यादा रेडियो रिसीवर चोरी हुए हैं. इसमें भारतीय एयरटेल के 15, 00, रिलायंस जिओ के कुल 1748 और वोडाफोन आइडिया के 368 रेडियो रिसीवर चोरी हुए हैं .
यहां हुई सबसे ज्यादा चोरी
सबसे ज्यादा रेडियो रिसीवर की चोरी राजस्थान, कर्नाटक और उत्तर प्रदेश में देखने को मिली है इसके बाद दिल्ली और पंजाब का नंबर आता है. पिछले दो महीने में सिर्फ उत्तर प्रदेश में 2,000 यूनिट की चोरी देखने को मिली है. नोएडा में 570 गाजियाबाद में 390 और उत्तरप्रदेश 310 से ज्यादा रेडियो चोरी हुए हैं. एक गिरोह को गाजियाबाद पुलिस ने पकड़ा भी है.
चीन और बांग्लादेश भेजे जा रहे चोरी के रिसीवर
टेलीकॉम कंपनी के मुताबिक इन्हें कबाड़ के रूप में चीन और बांग्लादेश जैसे देशों में भेजा जा रहा है. जहां पर इन्हें रिसेट करके दोबारा से इस्तेमाल किया जाता है. इस एक यूनिट की कीमत 3 से 5 लाख रुपए होती है. यानी से टेलीकॉम कंपनियों को सीधे-सीधे 500-700 करोड़ तक का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
टेलीकॉम कंपनियों ने की कार्रवाई की मांग
टेलीकॉम कंपनियों ने दूरसंचार विभाग को चिट्ठी लिखकर सभी राज्यों के पुलिस अधिकारियों के साथ इस मामले में तेजी से कार्रवाई करने के मांग रखी है. साथ ही केंद्र से राज्यों की ब्रॉडबैंड कमेटी में भी इस मामले को उठाने को कहा है, ताकि चोरी पर तुरंत रोक लगाई जा सके. सरकार की ओर से टेलीकॉम कंपनियों को चोरियों पर लगाम कसने का आश्वासन मिला है.