मसूड़ों की सेहत का ध्यान रखना क्यों है जरूरी, किन बीमारियों का है खतरा?

दांतों को साफ करने का काम तो हम रोज करते हैं, लेकिन मसूड़ों को भूल जाते हैं. शायद ही कभी मसूड़ों पर ध्यान देते हैं, लेकिन इस आदत को जितना जल्दी बदल लें उतना ठीक है. ऐसा इसलिए क्योंकि मसूड़ों में हुई किसी भी परेशानी को नजरअंदाज करना सेहत पर भारी पड़ सकता है. इनकी खराब सेहत शरीर के कई हिस्सों पर असर डालती है. यहां तक की कैंसर का भी खतरा हो सकता है. ऐसे में जरूरी है कि आप अपने मसूड़ों का भी ध्यान रखें. इनमें हुई किसी भी तरह की परेशानी को नजरअंदाज न करें.
डॉक्टरों के मुताबिक, मुंह में 250 से अधिक तक के बैक्टीरिया होते हैं. जो मुंह की कई बीमारियों का कारण बन सकते हैं. ये बैक्टीरिया दातों और मसूड़ों को खराब करते हैं. अगर ये बार मसूड़े खराब होने लगते हैं तो ये शरीर के कई अंगों में खराबी का कारण बन सकते हैं. आइए इस बारे में एक्सपर्ट से जानते हैं.
क्यों जरूरी है मसूड़ों का ध्यान रखना
यशोदा अस्पताल में ( कंसल्टेंट डेंटल ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी) डॉ. अनमोल अग्रवाल बताते हैं कि मसूड़ों की सेहत का ध्यान रखना भी जरूरी है. लेकिन इसको नजरअंदाज कर देते हैं. मसूड़ों का ध्यान न रखने से कई तरह की परेशानी हो सकती है. अगर मसूड़ों में सूजन है तो इससे पेरियोडोंटाइटिस की समस्या हो सकती है. ये समस्या उन टिश्यू को प्रभावित करती है जो दांतों को मसूड़ों के साथ जोड़कर रखते हैं. अगर पेरियोडोंटाइटिस का समय पर ट्रीटमेंट नहीं होता है, तो इससे जबड़े की हड्डी टूट सकती है और मसूड़ों और दांतों के बीच छोटी-छोटी जगह बनने लगती है. जो खतरनाक हो सकता है.
मसूड़ों में खराबी के लक्षण
मसूड़ों से खून आना
मसूड़ों में सफेद चकत्ते पड़ना
मसूड़ों में सूजन
मसूड़ों में तेज दर्द होना
मसूड़ों का ध्यान कैसे रखें
डॉ अनमोल बताते हैं कि इसके लिए ऑयल पुलिंग एक बेहतर तरीका है. इससे आप अपने मसूड़ों की सेहत का ध्यान रख सकते हैं. हर दो से तीन दिन में एक बार आप ऑयल पुलिंग कर सकते हैं. इसके लिए नारियल का तेल यूज कर सकते हैं. तेल को कुछ देर मुंह में रखके पुलिंग कर सकते हैं. इसके अलावा मसूड़ों की मसाज भी करना काफी फायदेमंद है.
मुंह की जांच कराएं
दांतों की जांच में आमतौर पर मुंह की सफाई की जाती है. इसमें दांतों से टैटार हटाया जाता है. इससे प्लाक को ख़त्म करने में भी मदद मिल सकती है. चेकअप कराने से मसूड़ों की बीमारी और मसूड़े की सूजन के शुरुआती लक्षणों की पहचान करने में मदद मिलती है. जिसकी किसी बीमारी का शुरुआत में ही पता चल सकता है.
धूम्रपान न करें
धूम्रपान करने से भी मूसड़े खराब हो सकते हैं. इसे में सलाह है कि तंबाकू का यूज और धूम्रपान न करें
इसके अलावा इन तरीकों से भी मसूड़ों का ध्यान रख सकते हैं
नर्म ब्रिसल वाले टूथब्रश का यूज कर
24 घंटे में कम से कम दो बार ब्रश करें
टूथब्रश को हर 3 से 4 महीने में बदलें, अगर ब्रिसल्स फटने लगें तो उससे पहले बदलें
दांतों को मसूड़ों से 45 डिग्री के कोण पर ब्रश करें
टूथब्रश को छोटे-छोटे स्ट्रोक में घुमाएँ

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