यूपी में बिहार का वांटेड गैंगस्टर एनकाउंटर में ढेर, पुलिस ने रखा था 2.25 लाख का इनाम
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में बुधवार देर रात पुलिस के साथ मुठभेड़ में 2.25 लाख रुपये का इनामी बदमाश मारा गया. मारा गया गैंगस्टर बिहार का रहने वाला था. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मुजफ्फरनगर के रतनपुरी इलाके में उत्तर प्रदेश और बिहार के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की संयुक्त टीम ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (उत्तर प्रदेश एसटीएफ और कानून-व्यवस्था) अमिताभ यश ने बताया कि बिहार के बेगूसराय जिले के रहने वाले नीलेश राय के खिलाफ हत्या, लूटपाट और जबरन वसूली सहित 16 मामले दर्ज थे. उन्होंने कहा, ”5 जून को देर रात एक संयुक्त अभियान में उत्तर प्रदेश एसटीएफ की नोएडा इकाई और बिहार एसटीएफ की रतनपुरी थाना क्षेत्र में अपराधियों के साथ मुठभेड़ हुई. इसमें बिहार का कुख्यात अपराधी नीलेश राय गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया.’
अधिकारी ने बताया कि नीलश बेगूसराय का रहने वाला था और उस पर बिहार सरकार ने 2.25 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था. 24 फरवरी को जब पुलिस की एक टीम ने बेगूसराय में उसके ठिकाने पर छापा मारा तो नीलेश राय ने अपने साथियों के साथ मिलकर पुलिस दल पर अंधाधुंध गोलीबारी की और भाग निकला था. एडीजीपी अमिताभ यश ने आगे बताया कि बुधवार रात को हुई इस मुठभेड़ में नीलेश के दो साथी मौके से फरार हो गए. पुलिस की टीम उन्हें तलाश रही है. मामले में जांच जारी है.
सात साल से फरार यूपी का गैंगस्टर ढेर
मंगलवार को भी जौनपुर में पुलिस ने यूपी के मोस्ट वांटेड इनामी अपराधी प्रशांत सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया गया था. मंगलवार देर रात पुलिस और कुख्यात बदमाश प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस के बीच भिड़ंत हो गई. प्रशांत सिंह ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. इसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया. प्रशांत सिंह पर हत्या और डकैती के 40 से अधिक केस दर्ज थे. वह लंबे समय से वांटेड था. पुलिस ने बदमाश के पास से असलहे और एक बाइक भी बरामद की है. शाहगंज थाना क्षेत्र में 13 मई को आशुतोष श्रीवास्तव का मर्डर हुआ था. इस हत्याकांड का आरोप प्रशांत सिंह उर्फ प्रिंस समेत उसके साथियों पर लगा. प्रशांत सिंह ने इससे पहले भी कई हत्या और डकैती की वारदातों को अंजाम दिया था. पिछले सात सालों से अधिक समय से पुलिस को उसकी तलाश थी. प्रिंस पर एक लाख रुपये का इनाम भी रखा गया था.