मुंबई में एक ही रनवे पर उतरे दो विमान, डीजीसीए ने दिया जांच का आदेश
मुंबई में आज एक बड़ा हादसा होने से बचा है.मुंबई हवाई अड्डे पर इंडिगो विमान के उतरने के एक मिनट से भी कम समय में एयर इंडिया का एक विमान उसी हवाई पट्टी से उड़ान भरने लगा. अधिकारियों ने रविवार को कहा कि मामले की जांच नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) कर रहा है. उन्होंने कहा कि डीजीसीए ने शनिवार को घटना के समय ड्यूटी पर मौजूद एयर ट्रैफिक कंट्रोलर (एटीसी) को निलंबित कर दिया है, जबकि इंडिगो ने मामले की जांच शुरू कर दी है.
डीजीसीए ने दिया जांच का आदेश
एक ही रनवे पर एक विमान के उतरने और दूसरे विमान के उड़ान भरने का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया गया है. डीजीसीए के एक अधिकारी ने कहा है कि हम जांच कर रहे हैं और घटना में शामिल एटीसीओ को पहले ही ड्यूटी से हटा दिया गया है. बता दें कि मुंबई हवाई अड्डा सिंगल रनवे पर संचालित होता है, जिसमें दो क्रॉसिंग रनवे हैं. मुंबई हवाई अड्डे के एक रनवे आरडब्ल्यू27 पर प्रति घंटे लगभग 46 आगमन और प्रस्थान होते हैं.
इंडिगो ने कही ये बात
इंडिगो ने बयान में कहा है कि आठ जून को इंदौर से इंडिगो की उड़ान 6ई 6053 को मुंबई हवाई अड्डे पर एटीसी द्वारा उतरने की मंजूरी दी गई. प्रभारी पायलट ने एप्रोच और लैंडिंग जारी रखी और एटीसी के निर्देशों का पालन किया.’ भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के एक सूत्र ने कहा कि नियम के अनुसार, प्रस्थान करने वाले विमानों को हवाई पट्टी के अंत को पार करना होता है या मोड़ लेना होता है, जिसके बाद ही एटीसी आने वाले विमानों के लिए उतरने की मंजूरी जारी कर सकता है. कथित रूप से इस मामले में इन नियमों का पालन नहीं किया गया.
तब डीजीसीए ने लगाया था जुर्माना
बता दें कि एक मामले में नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने जनवरी में एअर इंडिया का मौके पर ऑडिट किया था. तब डीजीसीए ने अपने बयान में कहा था कि रिपोर्टों और सबूतों के एनालिसिस से पता चला है कि एअर इंडिया लिमिटेड ने कुछ केसेस में 60 साल से अधिक उम्र के दो क्रू मेंबर्स के साथ उड़ान भरी थी. बयान के मुताबिक, एयरलाइन ने क्रू-मेंबर्स को पर्याप्त साप्ताहिक आराम तथा लंबी उड़ानों से पहले और बाद में पर्याप्त आराम देने में कोताही बरती. डीजीसीए ने एक मार्च को उल्लंघनों के संबंध में एअर इंडिया को कारण बताओ नोटिस जारी किया था. इस नोटिस पर एयरलाइन के जवाब को संतोषजनक नहीं पाया गया, जिसकी वजह से 80 लाख का जुर्माना लगाया था.