चुनाव के 1 महीने बाद कैसे रिएक्ट करता है बाजार, क्या कहते हैं एक्सपर्ट
जब एक जून को एग्जिट पोल आए थे तो सभी का लगा था कि देश में एक बार फिर से बीजेपी और एनडीए बंपर सीटों के साथ आ रही है. जिसका असर सोमवार 3 जून को शेयर बाजार में भी देखने को मिला. एग्जिट पोल आने के बाद पहली बार ओपन हुए शेयर बाजार की रफ्तार ने निवेशकों को मालामाल कर दिया. 4 जून के दिन नतीजों के साथ-साथ शेयर बाजार लुढ़कता चला गया. निवेशकों के 31 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डूब गए. खैर बीते दो दिनों से शेयर बाजार रिकवरी मोड में दिखाई दिया है. नतीजों के दिन हुए नुकसान की आधी से ज्यादा भरपाई बाजार में देखने को मिल चुकी है.
अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि अगले एक महीने में शेयर बाजार किस तरह का देखने को मिल सकता है? क्या शेयर बाजार में तेजी जारी रहेगी? या फिर सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखने को मिल सकती है? निवेशकों के बीच ये सवाल इसलिए भी खड़े है क्योंकि बीते दो लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद ऐसी परिस्थितियां नहीं देखने को मिली थी, जैसी अब देखने को मिल रही है. शेयर बाजार अगले एक महीने में कैसा प्रदर्शन कर सकता है, इसके लिए बीते चार लोकसभा चुनाव के बाद शेयर बाजार के आंकड़ों को देखना और समझना काफी जरूरी है.
2004 के नतीजों के बाद कैसा दिखा था बाजार
अब से 20 साल पहले लोकसभा चुनाव के नतीजे एग्जिट पोल के विपरीत आए थे. नतीजों के दिन शेयर बाजार बिल्कुल फ्लैट था. उसके बाद 5 दिनों में शेयर बाजार ने 16 फीसदी की छलांग लगाई थी. वहीं एक महीने में सेंसेक्स में 7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी. उस दौरान यूपीए ने एक स्टेबल सरकार बनाने का प्रयास किया था. साथ ही देश के प्रधानमंत्री के रूप में मनमोहन सिंह जैसे बड़े इकोनॉमिस्ट को चुना था. जिसे शेयर बाजार ने एक पॉजिटिव रूप में लिया था.
साल 2014 और 2019 में कितनी आई तेजी
वहीं बात मोदी ऐरा की करें तो दोनों लोकसभा चुनाव के बाद शेयर में वैसी तेजी देखने को नहीं मिली. जिस तरह से 2004 में देखने को मिली थी, लेकिन बाजार स्टेबल जरूर रहा है. साल 2014 के नतीजों के बाद सेंसेक्स में 5 दिनों के बाद 2.2 फीसदी का रिटर्न देखने को मिला था. वहीं एक महीने के बाद शेयर बाजार में 4.43 फीसदी की तेजी देखने को मिली थी. वहीं साल 2019 के लोकसभा चुनाव के बाद 5 कारोबारी सत्रों में सेंसेक्स सिर्फ 2.62 फीसदी का उछला था. वहीं एक महीने में सेंसेक्स में सिर्फ एक फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिली थी.
साल 2009 में आई थी गिरावट
इन 20 सालों में सिर्फ एक बार ऐसा मौका देखने को मिला, जब साल 2009 में चुनाव के बाद शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिली. नतीजों के बाद सेंसेक्स अगले पांच दिन करीब 2 फीसदी टूट गया था. वहीं अगले एक महीने में सेंसेक्स में 0.13 फीसदी की गिरावट देखी गई. उसका कारण भी है. चुनाव नतीजों के बाद पहले दिन शेयर बाजार में 17 फीसदी की तेजी आई थी. उसके बाद मुनाफा वसूली शुरू हो गई. अगले पांच दिनों में सेंसेक्स नेगेटिव में आ गया.
अब कैसा रह सकता है बाजार
लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजों के दिन शेयर बाजार में करीब 6 फीसदी की गिरावट आई थी. 5 जून को बाजार में रिकवरी देखी गई और 6 जून यानी गुरुवार को बाजार हरे निशान पर कारोबार कर रहा है. इन दो दिनों में सेंसेक्स में 4.46 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल चुकी है. शेयर बाजार एक्सपर्ट पुनीत किनरा का कहना है कि बाजार चुनाव नतीजों को एडजस्ट कर चुका है. दूसरी ओर बाजार को लेकर और भी कई तरह के फैक्टर काम कर रहे हैं. ईसीबी रेट कम करने जा रहा है. ऐसे में आने वाले अगले एक महीने में शेयर बाजार थोड़ा और स्टेबल होने के बाद निवेशकों को पॉजिटिव रिटर्न दे सकता है. उन्होंने ये भी कहा कि अभी सरकार बनी नहीं है. सरकार बनने के बाद इकोनॉमी को लेकर किस तरह की घोषणाएं होंगी. वो देखना काफी अहम होगा. उसके बाद शेयर बाजार का रिएक्शन कैसा होगा? वो भी देखना दिलचस्प होगा.
अब फोकस में रहेंगे ये स्टॉक्स
पुनीत किनरा के अनुसार आने वाले दिनों में एफएमसीजी से जुड़े हुए स्टॉक्स ज्यादा फोकस में रहने वाले हैं. इसके अलावा, ग्रीन एनर्जी, हाइड्रो पॉवर सेमीकंडक्टर स्टॉक्स में भी रिवकरी देखने को मिल सकती है. वहीं डिफेंस स्टॉक्स में भी तेजी देखने को मिल सकती है. इसके विपरीत आने वाले दिनों में पीएसयू स्टॉक्स जिसमें सरकारी शेयर आते हैं, गिरावट देखने को मिल सकती है. वहीं रेलवे स्टॉक्स में वैसी तेजी देखने को नहीं मिलेगी, जैसी बीते 10 सालों में देखने को मिली है.
तेजी के साथ बंद हुआ शेयर बाजार
लगातार दूसरे दिन शेयर बाजार तेजी के साथ बंद हुआ है. बांबे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 692.27 अंकों की तेजी के सथ 75,074.51 अंकों पर बंद हुआ है. कारोबारी सत्र दौरान सेंसेक्स 75,297.73 अंकों पर भी पहुंचा. वैसे गुरुवार को सेंसेक्स 75,078.70 अंकों पर ओपन हुआ था. दूसरी ओर नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 201.05 अंकों की तेजी के साथ 22,821.40 अंकों पर बंद हुआ है. कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी 22,910.15 अंकों के साथ हाई पर भी गया था.