IMT गियरबॉक्स क्या होता है, ये कैसे मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से है अलग?
अभी तक आपने मैनुअल गियरबॉक्स और ऑटोमैटिक गियरबॉक्स के बारे में सुना और जाना होगा. आज आपको IMT यानी इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन के बारे मेंबता रहे हैं. IMT गियरबॉक्स बेहतर ड्राइविंग एक्सपीरियंस, ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की सुवधिा देता है.
इसके अलावा IMT गियरबॉक्स बेहतर माइलेज के लिए भी जाना जाता है. आईएमटी तकनीक अभी भी विकसित हो रही है, लेकिन यह निश्चित रूप से भारतीय ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री के लिए बेहतर फ्यूचर का वादा करता है. जैसे-जैसे आईएमटी टेक्नॉलजी ज्यादा पॉपुलर होती जा रही है, उम्मीद है कि इसे और ज्यादा कारों में पेश किया जाएगा.
कैसे काम करता है IMT गियरबॉक्स?
इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन में सेंसर सिस्टम होता है जिसमें क्लच पेडल दबाने की जरूरत नहीं होती. इस गियरबॉक्स में ड्राइवर जब थ्रॉटल पेडल से प्रेशर हटाता है, वैसे ही सेंसर इंजन को न्यूट्रल पर डाल देता है. इस गियरबॉक्स में एक्च्यूटर का उपयोग करके क्लच को दबाया जाता है. ड्राइवर तब गियर बदल सकता है, और एक्च्यूएटर क्लच को फिर से जोड़ता है और इंजन को फिर से चालू करता है.
इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन का फायदा
इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन में क्लच पेडल नहीं होता, जिससे शहर में या भीड़-भाड़ में गाड़ी चलाने पर थकान नहीं होती. इसके साथ ही गाड़ी काफी स्मूथ चलती है. आईएमटी पारंपरिक मैनुअल ट्रांसमिशन की तुलना में ज्यादा माइलेज का दावा करती है, क्योंकि यह इंजन को अपनी RPM रेंज में रखने में मदद करता है.
इसके अलावा इंटेलिजेंट मैनुअल ट्रांसमिशन ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन की तुलना में आसाम और कम खर्चीला होता है. आईएमटी गियरबॉक्स ड्राइवर को गियर बदलने का कंट्रोल प्रदान करता है, जो ड्राइविंग का मजा दोगुना कर देता है.
मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन से कैसे बेहतर?
मैनुअल और ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में अलग-अलग फंक्शन होता है. जहां मैनुअल ट्रांसमिशन में रेस और गियर बार-बार बदलना पड़ता है. वहीं ऑटोमैटिक ट्रांसमिशन में रेस और ब्रेक का बार-बार बदली जाती है.