Petrol vs Diesel: मेंटेनेंस से माइलेज तक, डीजल या पेट्रोल? डेली ट्रेवल के लिए कौन सी गाड़ी है बेस्ट
जब भी बात उठती है नई गाड़ी खरीदने की तो पहला सवाल यह होता है कि पेट्रोल गाड़ी लेना बेहतर होगा या फिर डीजल गाड़ी? इस सवाल का जवाब तो आप लोगों की जरूरत पर निर्भर करता है. लेकिन दो बड़े ऐसे सवाल जिनके जवाब हर ग्राहक को नई कार खरीदने से पहले पता होने चाहिए.
पहला सवाल पेट्रोल या फिर डीजल, आखिर किस गाड़ी की मेंटनेंस पर ज्यादा खर्च होता है? और दूसरा सवाल, पेट्रोल या फिर डीजल कार आखिर किस गाड़ी के साथ बढ़िया माइलेज मिलती है?
Petrol vs Diesel Maintenance: किस गाड़ी की मेंटेनेंस है कम?
डीजल इंजन का मैकेनिज्म कॉम्प्लेक्स होता है जिस वजह से गाड़ी का रखरखाव या कह लीजिए मेंटनेंस भी पेट्रोल की तुलना ज्यादा होता है. वहीं, दूसरी तरफ पेट्रोल इंजन वाली गाड़ी का मेंटनेंस पर खर्च डीजल की तुलना काफी होता है. कुल मिलाकर मेंटेनेंस के मामले में पेट्रोल गाड़ी खरीदने पर मेंटनेंस का खर्च कम आता है.
Petrol vs Diesel Mileage: माइलेज में कौन बेहतर?
कोई भी नया वाहन खरीदना हो, हर कोई शोरूम जाकर माइलेज से जुड़ा सवाल जरूर पूछता है. ऐसे में ये जानना जरूरी हो जाता है कि आखिर पेट्रोल और डीजल, कौन सी गाड़ी के साथ मिलती है ज्यादा माइलेज?
पेट्रोल की तुलना डीजल इंजन से दौड़ने वाली कार ग्राहकों को बढ़िया माइलेज ऑफर करती है. पेट्रोल इंजन की तुलना डीजल इंजन कम फ्लेमेबल होता है. एवरेज उर्फ माइलेज की बात करें तो डीजल गाड़ी की माइलेज पेट्रोल गाड़ी की तुलना औसतन 20 से 25 फीसदी ज्यादा होती है.
Petrol vs Diesel Price: कौन है ज्यादा अर्फोडेबल?
पेट्रोल इंजन वाले वाहन की तुलना डीजल इंजन के साथ आने वाली गाड़ी के लिए ग्राहकों को ज्यादा पैसे चुकाने पड़ते हैं. कई गाड़ियों में तो अंतर हजारों से लाखों रुपये तक पहुंच जाता है. कीमत में अंतर इंजन की वजह से आता है, पेट्रोल की तुलना डीजल इंजन की क्षमता ज्यादा होती है, इसके अलावा डीजल इंजन ज्यादा टॉर्क जेनरेट करता है जिससे बढ़िया परफॉर्मेंस मिलती है. वहीं, पेट्रोल इंजन ज्यादा हॉर्सपावर के साथ आते हैं जिससे तेज एक्सीलेरेशन मिलता है. हर इंजन के अपने-अपने फायदे हैं, आप ये आप पर निर्भर है कि आप किसे चुनते हैं?