इस देश में पहली बार इंसानों को लगेगी बर्ड फ्लू की वैक्सीन, जानिए इसकी खासियत

H5N1 वायरस जिसे आमतौर पर बर्ड फ्लू के नाम से जाना जाता है वो दुनियाभर में तेजी से पैर पसार रहा है. बर्ड फ्लू एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है जो घरेलू और जंगली पक्षियों दोनों को प्रभावित करती है. कई महीनों से जानवरों की दुनिया में एक बड़े प्रकोप का कारण बन रहा है. अमेरिका के कई शहरों में इसके गायों और दूध के जरिए इंसानों में फैलने के मामले सामने आए थे.
एक्सपर्टस का कहना है कि अगर वायरस में म्यूटेशन हुआ तो ये कोरोना वायरस से भी खतरनाक हो सकता है. इस बीच फिनलैंड देश ने एक बेहद ही जरूरी कदम उठाया है. फ़िनलैंड इंसानों के लिए बर्ड फ़्लू टीकाकरण की पेशकश करने वाला पहला देश बनने जा रहा है. फिनिश अधिकारियों ने कहा कि वे मनुष्यों में बर्ड फ्लू फैलने के खतरे को कम करने के लिए जल्द से जल्द वैक्सीन लगाना चाहते हैं.
किन्हें पहले दी जाएगी वैक्सीन?
अगले हफ्ते हाई रिस्क वाले श्रमिकों को टीकाकरण शुरू करने की योजना बनाई गई है. अधिकारियों का कहना है कि 10,000 वैक्सीन की खुराक जानवरों के साथ मिलकर काम करने वाले लोगों, जैसे पोल्ट्री और फर फार्म श्रमिकों को दी जाएंगी. मरीजों को कम से कम एक सप्ताह के अंतराल पर शॉट की दो खुराकें मिलेंगी.
जो लोग सैंक्चुयरी में जंगली पक्षियों की देखभाल करते हैं, खेतों में काम करते हैं या जो बूचड़खानों और पशु आवासों की सफाई करते हैं, उन्हें भी टीका दिया जाएगा. अधिकारियों ने कहा है कि अगर किसी मानव संक्रमण का पता चलता है तो व्यक्ति के करीबी संपर्कों को भी टीका लगाया जाएगा.
वैक्सीन की क्या खासियत होगी?
फ़िनलैंड के वैक्सीनेशन प्रोग्राम में वायरस पर H5 प्रोटीन को टारगेट करने वाली एक वैक्सीन पेश की जाएगी. जिसके बारे में अधिकारियों का कहना है कि यह संभवत H5N1 संक्रमण के खिलाफ अच्छा काम करेगा.
3,400 लोगों पर किए गए पिछले अध्ययन में पाया गया कि 60 साल से कम उम्र के 90 प्रतिशत लोगों और 60 साल से अधिक उम्र के 80 प्रतिशत लोगों में एंटीबॉडी का स्तर था जो उन्हें एच5एन1 से बचाएगा. अध्ययनों से यह भी पता चला है कि वैक्सीन इस्तेमाल करने के लिए सुरक्षित है.
15 देशों में 4 करोड़ खुराक खरीदने के लिए यूरोपीय संघ के अभियान के हिस्से के रूप में टीके ऑस्ट्रेलियाई कंपनी सीएसएल सेकिरस से भेजे जाएंगे. यह वैक्सीन 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के उन लोगों को दिया जाएगा, जिन्हें अपने काम या अन्य परिस्थितियों के कारण एवियन इन्फ्लूएंजा होने का खतरा बढ़ जाता है. इसमें फर और पोल्ट्री फार्मों पर काम करने वाले लोग, साथ ही बर्ड फ्लू के सैंपल को संभालने वाले टेकनिशियन भी शामिल हैं.
चार देशों में पाए गए 11 इंसान पॉजिटव
वैश्विक स्तर पर, इस वर्ष अब तक चार देशों में कम से कम 11 मनुष्यों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हुई है. कंबोडिया में सबसे अधिक पांच मामले हैं, इसके बाद अमेरिका में तीन मामले हैं, जो वर्तमान में गायों के बीच एक बड़े बर्ड फ्लू के प्रकोप का सामना कर रहा है. फ़िनलैंड में हालांकि अभी तक कोई भी मानव संक्रमण दर्ज नहीं किया गया है.
लेकिन पिछले साल देश के 27 फर फार्मों पर वायरस के प्रकोप के बाद देश ने इसे लागू करने का आदेश दिया, जिसमें मिंक और लोमड़ियों के आवास भी शामिल थे. हालाँकि इस वायरस से कोई भी इंसान संक्रमित नहीं हुआ था, फिर भी बीमारी को फैलने से रोकने के लिए 485,000 जानवरों को मार दिया गया था.
US में भी जल्द मिलेगी बर्ड फ्लू की वैक्सीन
अमेरिका में, बर्ड फ्लू वैक्सीन की कुल 38 लाख खुराकें गर्मियों के अंत तक वितरित की जाएंगी. हालांकि उन्हें वितरित करने की फिलहाल कोई योजना नहीं है. अमेरिका के कृषि विभाग की रिपोर्ट है कि 12 राज्यों में 118 डेयरी गाय चरवाहों ने H5N1 मामलों की पुष्टि की है और तीन मानव मामले संक्रमित मवेशियों के सीधे संपर्क वाले लोगों में थे. उन्हें आंखों में सूजन और श्वसन संबंधी लक्षणों का अनुभव हुआ. इतने मामले आने के बाद भी सीडीसी का कहना है कि मनुष्यों के लिए जोखिम कम है.

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