5G स्पेक्ट्रम की नीलामी में Airtel ने बाजी मारी, सरकार को 96,238 करोड़ में से मिले बस इतने रुपए
आम लोगों को देशभर में 5जी नेटवर्क की बेहतर सुविधाएं मिल सकें इसलिए सरकार ने हाल में स्पेक्ट्रम नीलामी के आवेदन मंगाए थे. देश की तीन टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल, रिलायंस जियो और वोडाफोन आइडिया (Vi) ने इसके लिए दो दिन चली नीलामी की प्रक्रिया में हिस्सा लिया. बुधवार को जब ये प्रोसेस खत्म हुई तो एयरटेल सबसे बड़ी बिडर बनकर सामने आई.
सरकार ने स्पेक्ट्रम नीलामी के लिए रिजर्व प्राइस 96,238 करोड़ रुपए रखा था. लेकिन सरकार को दूसरे दिन नीलामी समाप्त होने तक सिर्फ 11,340.78 करोड़ रुपए की बोलियां मिली हैं. तीनों टेलिकॉम कंपनियों ने 141.4 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम ही खरीदा है.
किस कंपनी ने खरीदा कितना स्पेक्ट्रम?
मोबाइल स्पेक्ट्रम की नीलामी मंगलवार को शुरू हुई थी. दूसरे दिन बुधवार को जब नीलामी सुबह 10 बजे शुरू हुई, तो उसके कुछ घंटे बाद ही ये समाप्त हो गई. इस दो दिन की नीलामी प्रक्रिया में भारती एयरटेल स्पेक्ट्रम खरीद में सबसे आगे रही. उसने कुल 6,856.76 करोड़ रुपए का स्पेक्ट्रम खरीदा.
जबकि देश की सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो ने 973.62 करोड़ रुपए के स्पेक्ट्रम की बोली लगाई. वहीं वोडाफोन आइडिया ने करीब 3,510.4 करोड़ रुपए मूल्य के स्पेक्ट्रम के लिए बोली लगाई है.
कुल मिलाकर इस स्पेक्ट्रम नीलामी से सरकार की झोली में कुल 11,340.78 करोड़ रुपए आए हैं. सरकार को स्पेक्ट्रम नीलामी से 96,238 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद थी, लेकिन मिला उसे सिर्फ 12 प्रतिशत ही है.
2 साल पहले हुई थी पिछली नीलामी
सरकार ने इससे पहले स्पेक्ट्रम की नीलामी करीब दो साल पहले की थी. तब सरकार को रिकॉर्ड 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक की बोलियां मिली थीं. तब भी सरकार ने 5जी स्पेक्ट्रम की बिक्री की थी और नीलामी की प्रक्रिया 7 दिन चली थी. तब रिलायंस जियो नीलामी की सबसे बड़ी बिडर बनी थी. कंपनी ने तब 5जी स्पेक्ट्रम का आधा हिस्सा, जिसकी वैल्यू 88,078 करोड़ रुपए थी, उसे खरीद लिया का.
उस समय सुनील मित्तल की भारती एयरटेल ने 43,084 करोड़ रुपए की सफल बोली लगाई थी. जबकि वोडाफोन-आइडिया ने 18,799 करोड़ रुपए में स्पेक्ट्रम खरीदा था. इस बार एयरटेल ने 97 मेगाहर्ट्ज की रेडियो वेव्स को खरीदा है. ये नीलामी में बिके कुल स्पेक्ट्रम का 60 प्रतिशत है.
भारती एयरटेल के बयान के मुताबिक उसने 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज और 2,100 मेगाहर्ट्ज बैंड में टोटल 97 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम हासिल किया गया है. इस नीलामी में सरकार ने 800 मेगाहर्ट्ज, 900 मेगाहर्ट्ज, 1,800 मेगाहर्ट्ज, 2,100 मेगाहर्ट्ज, 2,300 मेगाहर्ट्ज, 2,500 मेगाहर्ट्ज, 3,300 मेगाहर्ट्ज और 26 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड की पेशकश की थी.