AIIMS में हार्ट सर्जरी के बाद 6 साल का आयांश लौटा घर, पिता ने कहा- धन्यवाद TV9
मेरा नाम अंकित कुमार है. मैं बिहार के बेगूसराय जिले का रहने वाला हूं. 6 साल पहले मेरे बेटे का जन्म हुआ था. बेटे का नाम हमने आयांश रखा. जन्म के बाद से ही आयांश बीमार रहने लगा था. बिहार के एक अस्पताल में उसकी जांच कराई, तो पता चला कि उसे हार्ट में समस्या है. दिल की दो नसें जुड़ी हुई थी, जिससे हार्ट में ब्लड सर्कुलेशन ठीक से नहीं होता था. बिहार के डॉक्टर ने सलाह दी कि दिल्ली AIIMS में जाकर इलाज कराना होगा. वहां इस बीमारी का अच्छा ट्रीटमेंट हो सकेगा.
डॉक्टर की सलाह पर मैं दिल्ली आ गया और बेटे को लेकर एम्स गया . यहां कई महीनों तक उसकी सभी जांच हुई और बताया कि हार्ट का ऑपरेशन होगा. फिर कुछ महीनों के बाद कई टेस्ट हुए, ब्लड भी जमा कराया गया. इसके बाद 2019 में दिसंबर महीने की सर्जरी की डेट दी गई, तारीख के दिन बेटे को लेकर एम्य गया, लेकिन इलाज नहीं मिला. कभी डॉक्टर न होने और कभी बैड न होने का हवाला देकर ऑपरेशन से महरूम रखा गया. इसके बाद साल 2020 की डेट दी गई बेटे को लेकर फिर अस्पताल गया, लेकिन इस बार भी सर्जरी नहीं की गई. इसके बाद कोविड आ गया और 2 साल उसमें चले गए, तीसरी बार एम्स ने 2023 की डेट दी, कहां इस बार सर्जरी पक्का हो जाएगी.लेकिन मायूसी ही हाथ लगी.
6 साल से एम्स में सर्जरी की तारीख पर तारीख मिलती रही, लेकिन ट्रीटमेंट नहीं मिला. मैं तो एम्स में बच्चे के इलाज की उम्मीद में खो चुका था, लेकिन कुछ दिनों पहले मेरे जीवन की सबसे बड़ी खुशी का दिन आया….
TV9 डिजिटल की खबर का असर
कुछ दिनों पहले बेटे के हार्ट की एम्स में सर्जरी हो गई थी. इस सर्जरी को कराने में सबसे बड़ा योगदान TV9 डिजिटल का रहा. 6 साल से इलाज न मिलने की मेरी इस समस्या को TV9 ने उठाया और इस मामले को लेकर लगातार खबर प्रकाशित की. TV9 में खबर प्रकाशित होने के बाद इस केस में एम्स ने काम शुरू किया. सबसे पहले एम्स के डायरेक्टर डॉ श्रीनिवास ने इलाज में देरी के कारण की जांच के लिए कमेटी बनाई. दो दिन में कमेटी ने रिपोर्ट सौंपी और पता चला कि केस में डॉक्टरों की लापरवाही थी.
तत्काल मामले का संज्ञान लेते हुए एम्स ने कार्रवाई की और दो दिन बाद मेरे पास एम्स से वो कॉल आई जिसका मैं 6 साल से इंतजार कर रहा था .
कॉल पर एम्स के स्टाफ ने मेरे बेटे को ओपीडी में आने को कहा. मैं दिल्ली से वापिस बिहार अपने घर चला गया था..इस दौरान मेरे चाचा का देहांत हो गया था, इसलिए मैं उस समय दिल्ली नहीं जा पाया. 10 दिन बाद बेटे आयांश को लेकर एम्स पहुंचा. जहां उसके हार्ट का सीटी स्कैन, ईको, एक्स- रे और सभी प्रकार की ब्लड जांच की गई.
इनकी रिपोर्ट आने के बाद दो दिन में ही मेरे बेटे को एम्स में भर्ती कर लिया. एम्स के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग के डॉ. एके बिश्नोई की देखरेख में यह सर्जरी हुई है. करीब 4 घंटे ऑपरेशन चला और सफल रहा.
एम्स में सभी सुविधाएं मिली
सर्जरी के बाद बेटे को सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया और वहां हफ्ते भर तक रखा. इस दौरान किसी प्राइवेट अस्पताल की तरह सभी सुविधाएं मिलीं. तीनों समय का खाना मिला और हर दिन डॉक्टर बेटे का हालचाल लेने भी आते थे. बच्चे की सभी दवाएं भी मुझे अस्पताल से मिली और सर्जरी के बाद किन बातों का ध्यान रखना है और कब-कब अस्पताल आना है इसको लेकर भी पूरी जानकारी दी गई. एम्स के कार्डियोथोरेसिक एंड वैस्कुलर सर्जरी विभाग के सभी डॉक्टर बेटे से मिलने आए थे और आने की जिंदगी के बारे में हेल्थ को लेकर कई बातें भी बताई
घर आ गया है बेटा, धन्यवाद TV9
एक हफ्ते तक एम्स में रहने के बाद आज बेटे को छुट्टी मिल गई है. वह घर आ गया है. इस पूरे मामले में TV9 ने मेरी काफी मदद की .मुझे एम्स में इलाज को लेकर सभी जानकारी भी देते रहे. जो काम 6 साल से नहीं हो रहा था वह TV9 ने कुछ दिनों में ही करा दिया. यह सर्जरी प्राइवेट अस्पताल में 12 से 15 लाख रुपये में होती, लेकिन एम्स में पैसा नहीं लगा. मेरा बेटे अब बिलकुल स्वस्थ है. TV9 को मेरा धन्यवाद-. धन्यवाद TV9…