Budget 2024: बुजुर्गों की वित्त मंत्री से गुहार, ट्रेन टिकट पर 50 फीसदी की दें छूट
भारतीय रेलवे को देश की धड़कन कहा जाता है. लाखों लोग रोजाना ट्रेन से सफर करते हैं. ऐसे में केंद्र सरकार का खास फोकस रेलवे पर होगा. सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार रेलवे के आवंटन में बढ़ोतरी कर सकती है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस बार के आम बजट में सरकार सीनियर सिटीजंस को बड़ी राहत दे सकती है. इसके लिए ट्रेन टिकट पर उन्हें मिलने वाली 50 फीसदी छूट को दोबारा बहाल किया जा सकता है.
कोविड से पहले सरकार के नियम के तहत पुरुष वरिष्ठ नागरिकों को ट्रेन टिकट पर 40 फीसदी तक रियायत मिलती थी, वहीं महिला वरिष्ठ नागरिकों को टिकट पर 50 फीसदी की छूट मिलती थी. साल 2019 के आखिर तक IRCTC, 60 साल से ज्यादा उम्र के पुरुष वरिष्ठ नागरिकों और 58 साल या उससे ज्यादा उम्र की महिला यात्रियों को दुरंतो, शताब्दी, जन शताब्दी, राजधानी, मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की ट्रेन टिकटों पर किराए में रियायत देती थी. उदाहरण के तौर पर अगर राजधानी ट्रेन का फर्स्ट एसी का टिकट 4,000 रुपए का है तो वरिष्ठ नागरिकों को यह महज 2,000 या 2,300 रुपए में पड़ता था.
कोविड काल में बंद हुई छूट
आईआरसीटीसी की ओर से ट्रेन टिकट बुकिंग पर वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली छूट कोविड काल के दौरान बंद कर दी गई. 2019 के आखिर से पूरी दुनिया में फैले कोविड महामारी के चलते रेल सेवाएं ठप हो गई थीं. बाद में इन्हें दोबारा बहाल किया गया, लेकिन कम यात्रियों के सफर के चलते रेलवे को काफी नुकसान हो रहा था. ऐसे में खर्चों की भरपाई के चलते केंद्र सरकार ने ये विशेष रियायत खत्म कर दी थी.
क्या है नागरिकों की मांग?
जौनपुर के रहने वाले दिनेश साहू का कहना है कि उनका बेटा दिल्ली में रहता है. उससे मिलने के लिए वो दो-चार महीने में ट्रेन से यात्रा करते हैं. पहले सरकार की ओर से मिलने वाली ट्रेन टिकट पर छूट से उन्हें काफी सहूलियत थी, लेकिन कोविड के बाद से ये सुविधा बंद कर दी गई. नतीजतन उन्हें अब ज्यादा पैसे खर्च करके अपने बेटे के यहां जाना पड़ता है. ऐसे में वे चाहते हैं कि सरकार 23 जुलाई को पेश होने वाले आम बजट में उनके जैसे तमाम वरिष्ठ नागरिकों की मदद करें और टिकट पर 50 फीसद छूट की सुविधा दोबारा बहाल करे.