संसद सत्र में शामिल होना चाहते हैं अमृतपाल सिंह, मंजूरी के लिए लोकसभा स्पीकर को लिखी चिट्ठी
खालिस्तानी समर्थक और पंजाब की खडूर साहिब लोकसभा सीट से निर्दलीय सांसद अमृतपाल सिंह संसद के मानसून सत्र में हिस्सा लेना चाहते हैं. इन दिनों वह असम की डिब्रूगढ़ जेल में NSA के तहत बंद हैं. अमृतपाल सिंह ने ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को चिट्ठी लिखी है. जिसमें उन्होंने मानसून सत्र में बतौर सांसद शामिल होने की मंजूरी देने की मांग की है.
संसद का मानसूत्र सत्र 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है. ऐसे में अमृतपाल सिंह की इच्छा है कि वह सत्र में हिस्सा लें. 5 जुलाई को अमृतपाल सिंह को दिल्ली संसद भवन में लोकसभा स्पीकर के चैंबर में कड़ी सुरक्षा के बीच सांसद की शपथ दिलाई गई थी. 18वीं लोकसभा के पहले सत्र के दौरान कुल 542 में से 539 नवनिर्वाचित सांसदों ने संसद सदस्यता की शपथ ली. हालांकि जेल में बंद होने की वजह से अमृतपाल सिंह उस दौरान शपथ नहीं ले पाए थे.
शपथ लेने के बाद जेल भेजे गए थे अमृतपाल
बतौर सांसद शपथ लेने के लिए अमृतपाल को सख्त शर्तों के साथ चार दिन की पैरोल दी गई थी, लेकिन एक दिन के अंदर ही शपथ दिलाकर उन्हें वापस डिब्रूगढ़ जेल भेज दिया गया. नियमों के मुताबिक नए सांसदों को 60 दिन के अंदर ही शपथ लेना होता है. ऐसे में उन्हें परिस्थितियों के तहत पैरोल मिली थी.
जेल से लड़ा था निर्दलीय चुनाव
अमृतपाल सिंह ने डिब्रूगढ़ जेल में बंद रहते हुए ही निर्दलीय चुनाव लड़ा था और कांग्रेस उम्मीदवार कुलदीप सिंह जीरा को शिकस्त दी थी. उन्होंने 1 लाख 97 हजार 120 वोटों से कांग्रेस उम्मीदवार को हराया था. उन्हें 4 लाख 4 हजार 430 वोट मिले थे जबकि कुलदीप जीरा को 2 लाख 7 हजार 310 वोट मिले थे.
23 अप्रैल को मोगा से हुए थे गिरफ्तार
पंजाब की खडूर साहिब सीट से निर्दलीय उम्मीदवार ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह फिलहाल राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत अप्रैल 2023 से असम की जेल में बंद हैं. उनके नेतृत्व में हजारों की भीड़ अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन में घुस गई थी. इस दौरान भीड़ ने पुलिस स्टेशन में जमकर तोड़फोड़ की थी. इस घटना के बाद काफी बवाल मचा था. जिसके बाद 18 मार्च को अमृतपाल घर से फरार हो गए. पुलिस ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किए गए थे. पंजाब पुलिस ने उन्हें
23 अप्रैल को पंजाब के मोगा से गिरफ्तार किया था.