Second Hand Car के मीटर से क्या की गई है छेड़छाड़? टायर से खुल जाएगा राज
नई गाड़ी खरीदने के बजाय बहुत से लोग पुरानी गाड़ी खरीदना पसंद करते हैं लेकिन Second Hand Car को खरीदने से पहले कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है. अगर इन बातों को ध्यान में नहीं रखा तो आपके साथ Used Car खरीदते वक्त धोखा भी हो सकता है. कई बार लोगों को पुरानी गाड़ी खरीदने के बाद इस बात का शक होता है कि मीटर के साथ कुछ तो छेड़छाड़ हुई है.
गाड़ी के ओडोमीटर पर इस बात की जानकारी मिलती है कि गाड़ी आखिर कितनी चली हुई है, लेकिन कुछ लोग गाड़ी बेचने से पहले इस रीडिंग के साथ छेड़छाड़ करते हैं जिस वजह से रीडिंग कम दिखने लगती है. ऐसे में सवाल यह उठता है कार खरीदने से पहले कैसे इस बात को चेक करें कि गाड़ी के मीटर के साथ कोई छेड़छाड़ तो नहीं हुई?
Car Tyre से होगा खुलासा
इस बात का खुलासा Car Tyre से हो सकता है, आइए आपको बताते हैं कि आखिर गाड़ी के टायर से कैसे इस बात का पता चल सकता है. गाड़ी के टायर पर कुछ नंबर लिखे होते हैं जो बहुत ही काम की जानकारी देते हैं.
टायर पर DOT यानी डेट ऑफ ट्रांसपोर्टेशन की जानकारी होती है, सबसे लास्ट में गाड़ी अंक लिखे नजर आएंगे. मान लीजिए गाड़ी पर लिखा है 40 24 तो इसका मतलब कि टायर 2024 की 40वें हफ्ते में बना है.
अब कार की RC पर चेक करें कि गाड़ी कौन से साल में खरीदी गई है, मान लीजिए कार 2021 में खरीदी गई है लेकिन टायर पर 40 24 लिखा है तो इसका मतलब कि गाड़ी का टायर बदलवाया गया है. गाड़ी का एक टायर आमतौर पर 40,000 किलोमीटर तक आराम से चल जाता है, इसका मतलब कि कार के टायर की कंडीशन को देखने से भी इस बात का पता लगाया जा सकता है कि कहीं गाड़ी ज्यादा पुरानी तो नहीं है.
गाड़ी की रनिंग जितनी ज्यादा होगी टायर भी उतना ही ज्यादा घिसेगा, ऐसे में ओडोमीटर पर किलोमीटर अगर कम शो हो रहा है और टायर पूरी तरह से घिस चुका है तो इसका मतलब यह भी निकलता है कि इस बात की संभावना है कि रीडिंग के साथ छेड़छाड़ की गई है.
Car Mechanic को लेकर जाएं
इसके अलावा पुरानी गाड़ी खरीदने जाए तो अपने साथ मैकेनिक को भी लेकर जाएं और पुरानी कार की अच्छे से जांच कराएं. मैकेनिक के चेक करने के बाद ही इस बात का फैसला लें कि कार खरीदनी चाहिए या नहीं.