6 तरह के कैंसर से बचाती हैं ये वैक्सीन, डॉक्टर से जानें कब और किसको लगवानी चाहिए
दुनियाभर समेत भारत में भी कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, भारत में हर साल कैंसर के 10 लाख से अधिक मामले आ रहे हैं. इनमें से अधिकतर केस आखिरी स्टेज में सामने आते हैं. कैंसर के मामले देरी से पकड़ में आने का सबसे बड़ा कारण है कि लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं होती है. शरीर में होने वाले 6 तरह के कैंसर से बचाव के लिए दो वैक्सीन भी मौजूद हैं, लेकिन इनके बारे में भी लोगों को पता नहीं होता है. जानकारी के अभाव में टीका नहीं लगता है और लोग कैंसर का शिकार हो जाते हैं.
ऐसे में आपके लिए यह जानना जरूरी है कि किस प्रकार के कैंसर से बचाव के लिए कौन सी वैक्सीन मौजूद है और आप इनको कब लगवा सकते हैं. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, फिलहाल दुनिया के कई देशों में कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीन पर काम चल रहा है. रूस भी कैंसर के टीके पर काम कर रहा है और यह जल्द ही आ सकता है.
कुछ कैंसर ऐसे हैं जिनकी वैक्सीन कई दशकों से मौजूद है. दो वैक्सीन ऐसी हैं जो किसी भी व्यक्ति को 6 तरह के कैंसर से बचा सकती हैं. केवल दो वैक्सीन लगवाने से कोई भी व्यक्ति सर्वाइकल कैंसर, लिवर ,वेजाइना, वुल्वर, पेनाइल और एनल कैंसर से बच सकता है. इनमें से लिवर कैंसर को छोड़कर बाकी सब तरह के कैंसर से बचाव के लिए एक ही वैक्सीन काफी है. आइए इसके बारे में एक्सपर्ट्स से जानते हैं.
एचपीवी वैक्सीन से 5 तरह के कैंसर से बचाव
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में गायनेकोलॉजी विभाग में डॉ सलोनी चड्ढा बताती हैं कि एचपीवी वैक्सीन 5 तरह के कैंसर से बचाती है. पुरुष और महिला दोनों ही एचपीवी टीके को लगवा सकते हैं. यह टीका सर्वाइकल कैंसर से लेकर वुल्वर, एनल, वेजाइना और पेनाइल कैंसर से भी बचाता है. चूंकि सर्वाइकल कैंसर के केस अधिक सामने आते हैं ऐसे में इस वैक्सीन को हर महिला को जरूर लगवाना चाहिए. एचवीपी वैक्सीन सर्वाइकल कैंसर से लेकर वुल्वर और एनल कैंसर से भी बचाती है.
सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए लड़कियों को 9 से 14 साल की उम्र में यह टीका लगवा लेना चाहिए, हालांकि शादी से पहले कभी भी इस टीके को लगवा सकते हैं, लेकिन इसका अधिक फायदा 9 से 14 साल की उम्र में ही होता है. सभी महिलाओं को सलाह है कि सेक्शुअली एक्टिव होने से पहले एचपीवी वैक्सीन जरूर लगवा लेनी चाहिए. ऐसा इसलिए क्योंकि एचपीवी वायरस शारीरिक संबंध बनाने के दौरान भी फैलता है.
अगर सेक्शुअली एक्टिव होने से पहले टीका लग जाएगा तो यह इस वायरस को पहले ही खत्म कर देगा. इससे सर्वाइकल कैंसर होने की आशंका काफी कम हो जाएगी. विश्व स्वास्थ्य संगठन भी इस वैक्सीन को 9 से 14 साल की उम्र में लगवाने की सलाह देता है. हालांकि आप इसको 45 साल की उम्र से पहले तक कभी भी लगवा सकती हैं, लेकिन सबसे अधिक फायदा 9 से 14 साल में ही मिलेगा. पुरुष भी इसी आयु वर्ग में यह टीका लगवा सकते हैं.
लिवर के कैंसर से कौन सी वैक्सीन बचाती है
मैक्स अस्पताल में ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ रोहित कपूर बताते हैं कि हेपेटाइटिस बी एक इंफेक्शन है. अगर समय पर इसका इलाज न हो तो यह लिवर कैंसर का कारण बन सकता है. इस वायऱस से बचाव के लिए हेपेटाइटिस बी वैक्सीन मौजूद है. बचपन में इसकी डोज लगवाई जा सकती है. डॉ रोहित बताते हैं कि हेपेटाइटिस बी एक वायरल संक्रमण है जो लिवर पर अटैक करता है. यह वायरस
मां से बच्चे में या फिर संक्रमित साथी के साथ यौन संबंध के दौरान रक्त या शरीर के अन्य तरल पदार्थों के संपर्क में आने से फैलता है.
हेपेटाइटिस बी वायरस लिवर को खराब कर देता है और लिवर कैंसर का कारण भी बनता है. हेपेटाइटिस बी को इस हेपेटाइटिस बी वैक्सीन से रोका जा सकता है. यग टीका आमतौर पर जन्म के तुरंत बाद दिया जाता है. टीका इस वायरस के खिलाफ लगभग 100% सुरक्षा प्रदान करता है. ऐसे में बच्चे के जन्म के बाद ये टीका जरूर लगवा लेना चाहिए.