रूसी सेना में नौकरी छोड़कर भारत लौटना चाहते हैं 50 भारतीय, MEA ने दिया मदद का भरोसा
विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि वह कम से कम 50 भारतीय नागरिकों के संपर्क में है जो रूसी सेना में अपनी नौकरी छोड़कर भारत लौटना चाहते हैं. प्रधानमंत्री मोदी द्वारा मॉस्को की अपनी हाई-प्रोफाइल यात्रा के दौरान रूसी अधिकारियों के समक्ष इस मामले को उठाए जाने के बाद भारत ने एक बड़ी कूटनीतिक जीत मिली है. रूस ने उन भारतीयों की जल्द रिहाई पर सहमति जताई , जिन्हें रूसी सेना में शामिल होने और यूक्रेन में लड़ने के लिए धोखा दिया गया था.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अपनी नियमित प्रेस ब्रीफिंग के दौरान कहा कि हमें लगभग 50 भारतीय नागरिकों के बारे में पता है जो वर्तमान में रूसी सशस्त्र बलों में अपनी नौकरी खत्म करना चाहते हैं, ये ऐसे मामले हैं जिनमें व्यक्ति या उसके परिवार के सदस्यों ने उनकी जल्द रिहाई सुनिश्चित करने में सहायता के लिए हमसे संपर्क किया है. हमने नेतृत्व स्तर सहित विभिन्न स्तरों पर इस पर काम किया है.
भारतीयों के संपर्क में है MEA
#WATCH | On Indians in the Russian Army, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “As per our understanding and this is based on the family members and Indian nationals themselves who have got in touch with us. We have about 50 Indian nationals who have gotten in touch with us who pic.twitter.com/niVY4Z1tPM
— ANI (@ANI) July 19, 2024
उन्होंने आगे कहा कि रूस ने रूसी सेना से भारतीय नागरिकों की शीघ्र वापसी के लिए प्रधानमंत्री मोदी के अनुरोध पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है और दोनों पक्ष अब उनकी शीघ्र रिहाई के लिए काम कर रहे हैं.
ओमान में बचाव अभियान जारी
On the vessel which capsized near Oman, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “Search and rescue operation underway. The Indian Navy has been carrying out search and rescue operations since the ship capsized on July 15. Omani authorities are also carrying out search and rescue pic.twitter.com/IKEUFJrHWD
— ANI (@ANI) July 19, 2024
ओमान के पास पलटे जहाज के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि खोज और बचाव अभियान जारी है. 15 जुलाई को जहाज के पलटने के बाद से भारतीय नौसेना खोज और बचाव अभियान चला रही है. ओमानी अधिकारी भी खोज और बचाव अभियान चला रहे हैं.
उन्होंने कहा कि 16 सदस्यों में से 9 चालक दल के सदस्यों (8 भारतीय और 1 श्रीलंकाई) को बचा लिया गया है. इस घटना में चालक दल के एक सदस्य की मौत हो गई है. शेष चालक दल के सदस्यों को खोजने के लिए क्षेत्र में खोज और बचाव अभियान जारी है.
ट्रंप पर हमले पर जानें क्या बोले MEA प्रवक्ता
#WATCH | On the assassination attempt on former US President Donald Trump, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “We have seen reports of the attack on former US President Donald Trump. Within hours of the news, our PM expressed deep concerns on the attack and strongly condemned pic.twitter.com/DGfpq7KEix
— ANI (@ANI) July 19, 2024
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमले के बारे में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर हमले की रिपोर्ट देखी है. खबर आने के कुछ ही घंटों के भीतर हमारे प्रधानमंत्री ने हमले पर गहरी चिंता व्यक्त की और घटना की कड़ी निंदा की.
उन्होंने यह भी कहा कि राजनीति और लोकतंत्र में हिंसा का कोई स्थान नहीं है. उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और मृतक के परिवार, घायलों और अमेरिकी लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की. अमेरिका एक साथी लोकतंत्र है और हम उनकी भलाई की कामना करते हैं.
अमेरिकी राजदूत के बयान पर की टिप्पणी
#WATCH | On US Ambassador to India Eric Garcetti’s ‘strategic autonomy’ remarks, MEA Spokesperson Randhir Jaiswal says, “India, like many other countries, values its strategic autonomy. The US Ambassador is entitled to his opinion. We also have different views. Our comprehensive pic.twitter.com/6YxiIYWgW9
— ANI (@ANI) July 19, 2024
भारत में अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी की ‘रणनीतिक स्वायत्तता’ संबंधी टिप्पणी पर रणधीर जायसवाल ने कहा कि कई अन्य देशों की तरह भारत भी अपनी रणनीतिक स्वायत्तता को महत्व देता है. अमेरिकी राजदूत को अपनी राय रखने का अधिकार है. हमारे विचार भी अलग-अलग हैं. अमेरिका के साथ हमारी व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी हमें एक-दूसरे के दृष्टिकोण का सम्मान करते हुए कुछ मुद्दों पर असहमत होने के लिए सहमत होने की गुंजाइश देती है.