भारतीय क्रिकेट को ‘बर्बाद’ करने वालों को टीम इंडिया में ले आए गौतम गंभीर?
भारतीय टीम को श्रीलंका दौरे पर 3 टी20 और 3 वनडे मैच खेलने हैं. इसके लिए टीम की घोषणा हो चुकी है. दौरे के लिए खिलाड़ियों का ऐलान होते ही फैंस ने सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया था. उनका कहना था कि कभी गंभीर मेरिट के आधार पर सेलेक्शन नहीं होने का आरोप लगाते थे और खुद हेड कोच बनकर वहीं काम किया है. इसके अलावा उन्होंने अपनी उपकप्तानी छीने जाने को लेकर जो नाराजगी जताई थी, ठीक वैसा ही काम हार्दिक के साथ कर दिया. अब उनके कोचिंग स्टाफ को लेकर भी बवाल मचा हुआ है.
अपनी बात से पलटे गंभीर
गौतम गंभीर ने बीसीसीआई से खुद के कोचिंग स्टाफ चुनने की मांग की थी. बोर्ड ने इस बात को मान लिया था. अब क्रिकबज की रिपोर्ट के मुताबिक, साउथ अफ्रीका के तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल उनकी कोचिंग स्टाफ में शामिल हो सकते हैं. मोर्कल को टीम इंडिया का अगले बॉलिंग कोच बनाया जा सकता है. वहीं नीदरलैंड्स के बल्लेबाज और KKR में गंभीर की कप्तानी में खेल चुके रयान टेन डेशकाटे को भारतीय टीम के असिस्टेंट कोच के रूप में लाया जा सकता है.
बीसीसीआई इन दोनों खिलाड़ियों को गंभीर की मांग पर लाने वाला है. अब इस बात से भारतीय क्रिकेट के फैंस गंभीर को आईना दिखा रहे हैं. फैंस उनके एक तेजी से वायरल होते वीडियो को शेयर कर रहे हैं, जिसमें वो विदेशी कोच रखने के लिए बीसीसीआई की आलोचना कर रहे हैं.
विदेशी कोच पर उठाए थे सवाल
गौतम गंभीर ने इंटरव्यू में कहा था कि भारतीय टीम को विदेशी कोच की जरूरत नहीं है. वो हमारे देश की क्रिकेट को बर्बाद कर सकते हैं. भारतीय कोच में कोई कमी नहीं है, इसलिए उन पर ही पूरा भरोसा जताया जाना चाहिए. इसके लिए उन्होंने 2007 टी20 वर्ल्ड कप की जीत और उस वक्त के कोच लाल चंद राजपूत का उदाहरण दिया था. उन्होंने कहा था कि लाल चंद राजपूत रहते भारत पहली बार ऑस्ट्रेलिया में सीबी सीरीज जीत सका था.
इतना ही नहीं उन्होंने डंकन फ्लेचर और जॉन राइट पर सवाल उठाते हुए कहा था कि उन्होंने ऐसा क्या खास काम कर दिया है. हालांकि, अब हेड कोच बनते ही उन्होंने अपने 3 सपोर्ट स्टाफ में 2 विदेशी कोच की डिमांड की है. यानि गंभीर कभी जिनसे भारतीय क्रिकेट को खतरा बताते थे, आज हेड कोच बनते ही पहले उन्हें टीम में लेकर आ गए हैं.