1877 से क्रिकेट खेल रहा इंग्लैंड, अब 147 साल में पहली बार किया टीम इंडिया जैसा कमाल
इंग्लैंड में क्रिकेट का जन्म हुआ है और इसने ही दुनिया के कई देशों में इस खेल को पहुंचाया है. इस देश से क्रिकेट के कई महान खिलाड़ियों निकलकर आए. इसके बावजूद जब खिताब जीतने की बात आती है या रिकॉर्ड्स की बात आती है तो इंग्लैंड ज्यादातर देशों से पीछे ही नजर आता है. सन् 1877 से खेले जा रहे टेस्ट क्रिकेट में कई ऐसे कीर्तिमान भी हैं, जो बाकी टीमें काफी पहले हासिल कर चुकी हैं लेकिन इंग्लैंड अभी भी उनसे दूर है या इतने सालों बाद अब वहां तक पहुंच रहा है. कुछ ऐसा ही हुआ नॉटिंघम टेस्ट में जहां इंग्लैंड ने क्रिकेट इतिहास में पहली बार एक मैच की दोनों पारियों में 400 से ज्यादा रन बनाए, जबकि टीम इंडिया, ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान ने ये कमाल कई साल पहले कर दिया था.
147 साल में पहली बार
टेस्ट क्रिकेट के इतिहास का पहला मैच खेलने वाली इंग्लैंड की टीम ने 147 साल के बाद पहली बार एक मैच की दोनों पारियों में 400 से ज्यादा रन बनाए. नॉटिंघम टेस्ट के चौथे दिन इंग्लैंड ने अपनी दूसरी पारी में 425 रन बनाए. बेन स्टोक्स की टीम ने पहली पारी में भी 416 रन बनाए थे. इस तरह वो पहली बार ये मुकाम हासिल कर पाई. हालांकि, करीब 86 साल पहले ऑस्ट्रेलिया ने सबसे पहले ये कमाल कर दिखाया था. ऑस्ट्रेलिया ने 1938 में इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंघम में ही दोनों पारियों में 400 से ज्यादा (411, 427/6 घोषित) रन बनाए थे.
सिर्फ ऑस्ट्रेलिया ही नहीं, बल्कि भारत ने भी ये कमाल किया है, वो भी एक से ज्यादा बार. टीम इंडिया ने 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में 407 और 407/9 (घोषित) का स्कोर बनाया था. इसके बाद 2009 में श्रीलंका के खिलाफ अहमदाबाद में भारत ने 426 और 412/4 (घोषित) के स्कोर बनाए थे. पाकिस्तान ने भी 2006 में भारत के खिलाफ फैसलाबाद टेस्ट की दोनों पारियों में (588, 490/8 घोषित) ये कमाल कर दिखाया था.
वेस्टइंडीज को दिया बड़ा लक्ष्य
बात अगर नॉटिंघम टेस्ट की करें तो चौथे दिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट और युवा बल्लेबाज हैरी ब्रूक का जलवा देखने को मिला. दोनों ही तीसरे दिन नाबाद लौटे थे और चौथे दिन इससे आगे खेलते हुए दोनों ने ही बेहतरीन शतक जमाए. ब्रूक ने इंग्लैंड में अपना पहला और कुल 5वां टेस्ट शतक जमाया. उन्होंने 110 रनों की पारी खेली. इसके बाद रूट ने करियर का 32वां शतक जमाते हुए कई दिग्गजों की बराबरी की. रूट ने 122 रन बनाए और टीम को 425 रनों के दमदार स्कोर तक पहुंचाया. इस तरह इंग्लैंड ने वेस्टइंडीज के सामने जीत के लिए 385 रनों का लक्ष्य रखा.