जेडीएस नेता सूरज रेवन्ना को मिली जमानत, माननी होंगी अदालत की ये शर्तें
जेडीएस नेता सूरज रेवन्ना को यौन उत्पीड़न मामले में बेंगलुरु की एक अदालत से सशर्त जमानत मिली है. अदालत ने कहा है कि उनको पासपोर्ट जमा कराना होगा. नियमित रूप से जांच अधिकारी के सामने पेश होना होगा. इसके साथ ही बिना अनुमति लिए वो राज्य से बाहर नहीं जा सकेंगे. रेवन्ना पर दो पुरुषों के साथ दुराचार करने का आरोप है. उसे पिछले महीने गिरफ्तार किया गया था.
एक शख्स ने पुलिस को दी अपनी शिकायत में कहा था कि एचडी रेवन्ना के बड़े बेटे सूरज ने 16 जून की शाम को होलेनरसीपुरा तालुका के घन्नीकाडा स्थित अपने फार्महाउस में उसका यौन उत्पीड़न किया. सूरज के एक करीबी दोस्त ने शिकायत की थी कि उन्होंने उस पर झूठे आरोप लगाए और पैसों के लिए प्रताड़ित किया.
पीड़ित ने अपने शिकायत में कही थी ये बात
यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाले पीड़ित ने कहा था कि सूरज से उसकी मुलाकात पिछले लोकसभा चुनाव के दौरान कोलांगी गांव में हुई थी. उस समय दोनों ने फोन नंबर शेयर किए थे. इसके बाद सूरज ने उसे 16 जून को अपने फार्महाउस पर मिलने बुलाया था.
सूरज के दोस्त ने नौकरी दिलाने की बात कही
उसने बताया कि सूरज ने मुलाकात के दौरान आपत्ति जताने के बात भी सूरज ने अप्राकृतिक रूप से यौन उत्पीड़न किया. इतना ही नहीं उसे धमकी भी दी. इसके बाद उसने सूरज के करीबी एक दोस्त से इसकी शिकायत की. उसने सूरज से नौकरी और पैसे दिलाने की बात कही.
आरोपों पर सूरज ने कही थी ये बात
इस मामले में सूरज ने आरोपों को गलत बताया था. सूरज ने शिकायतकर्ता पर आरोप लगाया है कि 5 करोड़ रुपये की वसूली के लिए उसने झूठी शिकायत दर्ज कराई है. सूरज के पिता एचडी रेवन्ना ने भी आरोपों को नकारा है. उनका कहना है किउनके परिवार के खिलाफ साजिश रची गई है. उनको न्यायालय पर पूरा भरोसा है.