भारत दौरे पर आएंगे ब्रिटेन के नए विदेश मंत्री डेविड लैमी, फ्री ट्रेड डील पर लग सकती है मुहर
UK FM India Visit: ब्रिटेन में करीब डेढ़ दशक बाद लेबर पार्टी की सरकार बनी है. ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री के तौर पर देश की बागडोर संभालने के बाद कीर स्टार्मर ने डेविड लैमी को नया विदेश मंत्री नियुक्त किया है. इस बीच, विदेश मंत्री का पदभार संभालने के बाद डेविड लैमी भारत दौरे पर आ रहे हैं.
ब्रिटेन में नई सरकार बनने के बाद ब्रिटिश विदेश मंत्री की यह पहली भारत यात्रा होगी. डेविड लैमी अपने दो दिवसीय भारत दौरे के दौरान 24-25 जुलाई को दिल्ली में रहेंगे. साथ ही, उनके दौरे से दोनों देशों के बीच लंबे समय से लंबित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) वार्ता बहाल होने की उम्मीद है.
पीएम मोदी से मुलाकात, जयशंकर से द्विपक्षीय वार्ता
ब्रिटिश विदेश मंत्री और 51 वर्षीय लेबर नेता डेविड लैमी भारत के साथ मजबूत द्विपक्षीय संबंधों के समर्थक रहे हैं. वह भारत के विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर को अपना मित्र बताते रहे हैं. चुनाव जीतने के बाद पिछले महीने ही उन्होंने भारत दौरे की बात कही थी. भारत यात्रा के दौरान लैमी अपने समकक्ष विदेश मंत्री जयशंकर से कई मुद्दों पर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे.
ये भी पढ़ें- America Election: ट्रंप के लिए वापसी की राह कितनी आसान, कमला हैरिस दे पाएंगी टक्कर?
वहीं, कहा जा रहा है कि ब्रिटेन के नवनियुक्त विदेश मंत्री डेविड लैमी इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं. हालांकि, पीएम मोदी से उनकी मुलाकात की अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी इस दौरान भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से भी मुलाकात करेंगे. इस दौरान दोनों देशों के बीच सुरक्षा मामलों में आपसी सहयोग को बढ़ावा दिया जाएगा.
पीयूष गोयल से भारत-यूके एफटीए पर भी होगी चर्चा
डेविड लैमी की यह यात्रा भारत के लिहाज से भी काफी अहम मानी जा रही है. लैमी इस दौरान वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल से भारत-यूके मुक्त व्यापार समझौते पर चर्चा करेंगे. माना जा रहा है कि भारत और ब्रिटेन के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर सहमति बन सकती है. जनवरी 2022 में तत्कालीन कंजरवेटिव सरकार के तहत दोनों देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) पर बातचीत शुरू हुई थी.
देशों के बीच मुक्त व्यापार समझौते का लक्ष्य प्रति वर्ष 38.1 अरब पाउंड की द्विपक्षीय व्यापार साझेदारी को बढ़ावा देना था. हालांकि, इस साल दोनों देशों में हुए आम चुनावों के कारण यह वार्ता लंबे समय से अटकी हुई है. ऐसे में डेविड लैमी के दौरे से एफटीए वार्ता की दिशा में आगे बढ़ने और इस पर मुहर लगने की उम्मीद है.