पाकिस्तान: इमरान खान की पार्टी ने संसद भवन के बाहर भूख हड़ताल की, पार्टी के साथ हो रहे अन्याय पर जताया विरोध
जेल में बंद पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ ने मंगलवार को इस्लामाबाद में संसद भवन के बाहर शिविर लगाकर भूख हड़ताल शुरू की. यह विरोध प्रदर्शन अधिकारियों द्वारा राजधानी में पीटीआई के कार्यालय पर छापा मारने और उसके सूचना सचिव रऊफ हसन को गिरफ्तार करने के साथ ही कार्यालय को सील करने को लेकर था.
सोमवार को पाकिस्तानी अधिकारियों ने सुरक्षा मानकों के उल्लंघन को लेकर खान की पार्टी के कार्यालय को सील कर दिया था. साथ ही पार्टी के कई बड़े नेताओं और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार कर लिया था. जिसमें PTI के सूचना सचिव रऊफ हसन भी शामिल थे. पीटीआई और इसके संस्थापक इमरान खान के सामने बढ़ती कानूनी चुनौतियों के बीच इस्लामाबाद के मेट्रोपॉलिटन कॉर्पोरेशन ने यह कार्रवाई की थी.
इमरान खान की रिहाई की मांग
पीटीआई प्रमुख गौहर खान ने संसद के बाहर पत्रकारों को बताया कि 71 साल के पूर्व पीएम इमरान खान की रिहाई और पार्टी के साथ हो रहे अन्याय को वापस लेने के लिए दबाव बनाने के लिए सांकेतिक विरोध के तौर पर रोजाना रात 8 बजे तक भूख हड़ताल की जाएगी. उन्होंने कहा कि इमरान की पत्नी को बिना किसी कारण के जेल में डाल दिया गया है. उन्होंने साफ कहा कि यह शिविर पीटीआई संस्थापक की रिहाई तक जारी रहेगा.
रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं इमरान
क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान को तीन मामलों – तोशखाना भ्रष्टाचार मामला, सिफर मामला, और गैर-इस्लामिक विवाह मामले में दोषी ठहराए जाने पर करीब एक साल से रावलपिंडी की अदियाला जेल में कैद किया गया है. वहीं उनकी पत्नी भी बुशरा बीबी शामिल थीं, उन्हें भी जेल भी भेजा गया है. हालांकि खान को जमानत मिल गई थी फिर भी उन्हें रिहा नहीं किया गया है. पाकिस्तान चुनाव आयोग द्वारा दायर पहले तोशखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद इमरान खान को पिछले साल 5 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. तब से उन्हें कई मामलों में जेल में रखा गया है.
पार्टी के कार्यालय को सील करने की निंदा
गोहर ने यह भी कहा कि अवैध और असंवैधानिक कार्यों के बारे में पार्टी की आपत्तियों से नेशनल असेंबली स्पीकर अयाज सादिक को अवगत करा दिया गया है और पार्टी ने पीटीआई सांसदों और उनके परिवारों के लिए आवाज उठाने का फैसला किया है. उन्होंने पार्टी के कार्यालय को सील करने की कड़ी निंदा की.
पीएमएल-एन के इस्तीफे की मांग
पूर्व नेशनल असेंबली स्पीकर असद कैसर ने कहा कि प्रमुख मांग खान और उनकी पत्नी को रिहा कराने की है. उन्होंने कहा कि हमारी पहली मांग पीटीआई संस्थापक, उनकी पत्नी बुशरा बीबी और रऊफ हसन और पार्टी कार्यकर्ताओं सहित अन्य बंदियों को रिहा कराना है. इसके साथ ही उन्होंने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार से खराब शासन और अर्थव्यवस्था के कुप्रबंधन पर फौरन इस्तीफा देने की भी मांग की.