लंदन में बजा भारत का डंका, तीन वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने वाली प्राची धबल करती हैं ये काम

सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में कंफेक्शनरी बिजनेस लगातार बढ़ रहा है. अगर बात आंकड़ों की करें तो मार्केट साइज 25 लाख करोड़ यानी 302.43 अरब डॉलर का है. वहीं भारत में इसका कारोबार करीब 36 हजार करोड़ रुपए का है. इस सेक्टर में लगातार ग्रोथ देखने को मिल रहा है. अगले 10 साल में इस सेक्टर की भारत में ग्रोथ 5 फीसदी से ज्यादा देखने को मिल सकती है. भारत की युवा प्रतिभा भी इस बिजनेस में आगे बढ़ रही है और दुनियाभर में झंडे गाड़ रही है. यहां तक कि कई अवॉर्ड भी अपने नाम किए हैं. हाल ही में लंदन में भारत की प्राची धबल देब को कंफेक्शनरी बिजनेस में कामयाबी हासिल करने को लेकर सम्मानित भी किया गया है. आइए पहले इस कंफेक्शनरी बिजनेस और उसके मार्केट साइज को समझने की कोशिश करते हैं.
कितना है ग्लोबल कारोबार
कंफेक्शनरी कारोबार ग्लोबली काफी बड़ा है. जिसका साइज 302.43 अरब डॉलर यानी 25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा है. जिसके अगले 10 सालों में करीब 426.74 अरब डॉलर तक पहुंचने के आसार हैं. जिसकी ग्रोथ 4 फीसदी रहने की उम्मीद है. रिपोर्ट के अनुसार साल 2024 में इस सेक्टर का मार्केट साइज बढ़कर 314 अरब डॉलर से ज्यादा हो सकता है. जानकारों की मानें तो इस सेक्टर की डिमांड में लगातार इजाफा देखने को मिल रहा है. केक से लेकर चॉकलेट के बिजनेस में लगातार तेजी देखने को मिल रही है.
भारत में इसका बिजनेस
वहीं दूसरी ओर भारत की बात करें तो मौजूदा समय में भारत के कंफेक्शनरी मार्केट में लगातार तेजी देखने को मिल रही है. मौजूदा समय में भारत इस सेक्टर का मार्केट साइज साल 2023 में करीब 36 हजार करोड़ रुपए है. जोकि साल 2032 तक करीब 58 हजार करोड़ रुपए तक पहुंच सकता है. ग्लोबल ग्रोथ के मुकाबले में भारत में कंफेक्शनरी बिजनेस के ग्रोथ दोगुनी देखने को मिल सकती है. रिपोर्ट के मुताबिक भारत में इस सेक्टर की ग्रोथ 5.39 फीसदी देखने को मिल सकती है.
लंदन में बजा भारत का डंका
इंडिया वीक की मेजबानी करते हुए कंफेक्शनरी इंडस्ट्री की बड़ा नाम माने जाने वाली पुणे की केक आर्टिस्ट प्राची धबल देब सम्मानित किया. प्राची को ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में रॉयल आइसिंग आर्ट में उनके असाधारण काम के लिए सम्मानित किया गया. बाद में उन्हें यूके संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स में नवीन शाह सीबीई द्वारा सम्मानित किया गया. वह ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में सम्मानित होने वाली पहली केक आर्टिस्ट हैं. प्राची लंदन में अध्ययन करने के बाद एक दशक से अधिक समय से रॉयल आइसिंग आर्ट को बढ़ावा दे रही हैं. उन्होंने कहा कि मेरे काम को इतना बड़ा सम्मान मिलना मेरे लिए बेहद अहम बात है. यहां तक की यात्रा मेरे लिए चुनौतीपूर्ण रही है, लेकिन इससे मुझे बहुत कुछ सीखने को मिला है.
जीत चुकी हैं वर्ल्ड रिकॉर्ड
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में प्राची को यूके इंडिया बिजनेस काउंसिल के मैनेजिंग डायरेक्टर केविन मैककोल ने सम्मानित किया. मध्य प्रदेश के रीवा में जन्मी प्राची ने देहरादून, उत्तराखंड में स्कूली शिक्षा पूरी की और हायर एजुकेश के लिए कोलकाता आई. केक आर्टिस्ट्री में उन्हें कई अवॉर्ड मिल चुके हैं. जिसमें वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के साथ लंदन द्वारा प्रमाणित तीन विश्व रिकॉर्ड शामिल हैं.

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