इजराइल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने अमेरिका में चला इस्लामिक वर्ल्ड को बांटने वाला दांव! टारगेट पर ईरान
पूरी दुनिया में इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को जंग और मासूमों की जान लेने का जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. वहीं नेतन्याहू ने अपने अमेरिका दौरे में मध्य पूर्व में फैली अशांति का जिम्मेदार ईरान को बताया है. साथ ही वाशिंगटन की सड़कों पर उनके दौरे का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों को ईरान के हाथों बेवकूफ बनने वाला बताया है.
नेतन्याहू ने आरोप लगाया कि ईरान क्षेत्र में इजराइली विरोधी संगठनों को फंड और मदद कर रहा है. नेतन्याहू ने जोर दिया की ईरान जैसे खतरनाक दुश्मन को हराने के लिए साहस और स्पष्टता दोनों की जरूरत है. उन्होंने ये बयान अमेरिका की सदन को संबोधित करते हुए दिया है, उनके संबोधन का विरोध सदन के अंदर और बाहर दोनों जगह देखने मिला है.
नेतन्याहू ने साफ कर दिया है कि ईरान सिर्फ इजराइल या अमेरिका का ही दुश्मन नहीं है, बल्कि अरब वर्ल्ड में भी जो हलचल है उसका जिम्मेदार भी ईरान ही है. ये बयान इसलिए अहम है क्योंकि फिलिस्तीन में इजराइल के एक्शन के खिलाफ पूरा इस्लामिक वर्ल्ड एकजुट है. यहां तक कि ईरान और सऊदी के बीच भी बर्फ पिघल गई है. ऐसे में ईरान के बहाने इजराइल मुस्लिम वर्ल्ड की एकजुटता पर भी चोट कर रहे हैं.
अरब देशों में ईरान लाना चाहता है अपनी क्रांति
नेतन्याहू ने आरोप लगाया कि अरब देशों में सभी आतंकवाद, अशांति, अराजकता और हत्या के पीछे ईरान का हाथ है. उन्होंने कहा कि अली खामनेई ने ईरान की इस्लामिक क्रांति को पूरी दुनिया में ले जाने की कसम खाई है.
उन्होंने कहा, “ईरान पूरी दुनिया में रेडिकल इस्लाम को फैलाना चाहता है. अमेरिका एक ऐसा देश जो पश्चिमी सभ्यता की सुरक्षा करता है और सुपर पावर है, इसीलिए ईरान अमेरिका को अपना बड़ा दुश्मन मानता है.
नेतन्याहू ने चेतावनी दी है कि ईरान समझता है कि अमेरिका को सही मायने में चुनौती देने के लिए उसे पहले मध्य पूर्व पर जीत हासिल करनी होगी. इसके लिए वह हूती, हिजबुल्लाह और हमास सहित अपने कई प्रॉक्सी संगठनों का इस्तेमाल करता है. उन्होंने इजराइल के लिए कहा कि मध्य पूर्व के दिल में, ईरान के रास्ते में एक गर्वित समर्थक अमेरिकी लोकतंत्र खड़ा है, जो ईरान का ये सपना पूरा नहीं होने देगा.
हमास के खात्मे के बाद नया गाजा
इजराइल के प्रधानमंत्री ने कहा हम हमास को हराने वाले हैं. उन्होंने कहा कि हमास के बाद एक नया गाजा उभर सकता है, इसलिए इजराइल वहां से सेना वापस नहीं करना चाहता, वे नहीं चाहते की गाजा को फिर बसाया जाए और भविष्य में फिर से इजराइल के लिए खतरा पैदा हो.
Today, PM Netanyahu addressed the US Congress to rally support for Israel’s war against Hamas in Gaza. He outlined a vision for post-war Gaza and an anti-Iran alliance. #Israel #Netanyahu #NetanyahuSpeech Watch the full speech: pic.twitter.com/PpckT5CHCm
— American-Israeli Cooperative Enterprise (@JewishVLibrary) July 24, 2024
गाजा ऑपरेशन का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि गाजा फिर कभी इजराइल के लिए खतरा न बने. नेतन्याहू ने जोर दिया कि गाजा में नागरिक प्रशासन होना चाहिए. जिसे फिलिस्तीनियों द्वारा चलाया जाए, जो इजराइल को नष्ट करने का सपना नहीं देखते.