Petrol vs Power Petrol: पावर पेट्रोल क्या सच में है असरदार, नॉर्मल पेट्रोल से कितना अलग?
Petrol Pump पर आप लोगों ने भी इस बात को नोटिस तो जरूर किया होगा कि फ्यूल स्टेशन पर अलग-अलग तरह के पेट्रोल मिलते हैं. इन सभी पेट्रोल का भाव भी अलग-अलग होता है, अब जब भाव अलग-अलग है तो ज़ाहिर सी बात है कि पेट्रोल में भी कुछ न कुछ अंतर तो जरूर होगा.
कई बार लोग ये सवाल पूछते हैं कि आखिर Power Petrol किस तरह से नॉर्मल पेट्रोल से अलग है? आज हम आप लोगों की इसी कंफ्यूजन को दूर करने की कोशिश करेंगे और आपको समझाएंगे कि कौन सा पेट्रोल आपके व्हीकल के लिए सही है.
Power Petrol के हैं कई नाम
पावर पेट्रोल को अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है, ऐसे में आपका ये जानना जरूरी है कि इस पेट्रोल के नाम क्या-क्या हैं जिससे कि आपको पेट्रोल पंप पर किसी भी तरह का कोई कंफ्यूजन न हो. इस पेट्रोल को पावर के अलावा एक्स्ट्रा माइल, स्पीड और हाई स्पीड नाम से भी जाना जाता है, ऐसे में अगर आपको पेट्रोल पंप पर इनमें से कोई भी नाम लिखा दिखे तो आपको कंफ्यूज नहीं होना है.
Normal vs Power Petrol: क्या है अंतर?
पावर पेट्रोल प्रीमियम फ्यूल है और इन दोनों में अंतर यह है कि पावर पेट्रोल में ऑक्टाइन की मात्रा ज्यादा होती है. नॉर्मल पेट्रोल में ऑक्टाइन की रेटिंग 87 तक तो वहीं पावर पेट्रोल में 91 से 94 तक ऑक्टाइन रेटिंग होती है.
क्या है ऑक्टाइन? ज्यादा ऑक्टाइन वाला पेट्रोल इंजन में इंजन-नौकिंग और डेटोनेटिंग कम करने का काम करता है. इंजन-नौकिंग और डेटोनेटिंग की मदद से इंजन से आने वाली आवाज कंट्रोल होती है. ऑक्टाइन का फायदा यह है कि इसकी मदद से इंजन पूरी क्षमता से काम करता है.
Power Petrol Benefits: क्या हैं फायदे
प्रीमियम उर्फ पावर पेट्रोल अगर महंगा है तो इसके कई फायदे भी हैं, जैसे कि इस पेट्रोल को व्हीकल में डालने से आपके व्हीकल की माइलेज बढ़ती है. माइलेज बढ़ने के अलावा इंजन की परफॉर्मेंस भी बेहतर होती है और सर्दियों के मौसम में बेहतर कोल्ड स्टार्ट परफॉर्मेंस जैसे कई फायदे गाड़ी को होते हैं.