मानसून के मौसम में पक्षियों के बीच गुजारे सुकून के दो पल

दिल्ली के आस-पास के इलाकों को एनसीआर कहा जाता है, इसी एनसीआर में कई प्राकृतिक स्थल, ऐतिहासिक महत्व के स्थल मौजूद है. दिल्ली भारत की राजधानी है और व्यापार का भी एक बड़ा केंद्र है, साथ ही यहां बहुत बड़ी आबादी प्राइवेट नौकरी करने वालों की है. दिल्ली आने वाले लोगों में पर्यटकों की भी अच्छी खासी तादाद होती है.
दिल्ली आने वाले पर्यटक शहर के ऐतिहासिक स्थलों को देखने बड़े उत्साह से जाते हैं लेकिन जानकारी के अभाव में दिल्ली के आसपास के प्राकृति स्थलों तक नहीं पहुंच पाते है. दिल्ली से सटे हरियाणा प्रदेश में ऐसा ही एक प्राकृतिक स्थल है सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी. जो दिल्ली से करीब 50 किमी दूर है. इस दूरी को कैब से 1 घंटे में पूरा किया जा सकता है.
सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी की स्थापना
ब्रिटेन के पक्षी विज्ञानी पीटर माइकल जैक्सन ने सुल्तानपुर की झील में देशी – विदेशी बर्ड को देखा तो उन्हें बहुत खुशी हुई, पीटर माइकल जैक्सन दिल्ली बर्ड वॉचिंग सोसाइटी के सचिव भी थे. उन्होंने साल 1970 में तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी को एक पत्र लिखकर सुल्तानपुर की इस झील पर देशी-विदेशी पक्षियों के लिए नेशनल पार्क बनाने का अनुरोध किया था.प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के कहने पर हरियाणा के तत्कालीन मुख्यमंत्री बंसी लाल ने 1972 सुल्तानपुर झील के आसपास के इलाके को बर्ड सेंचुरी घोषित कर दिए.
केंद्र सरकार ने जुलाई 1991 में सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी को नेशनल पार्क में बदल दिया. आज सुल्तानपुर का ये बर्ड सेंचुरी देशी-विदेशी पक्षियों के रहने, खाने की एक सुरक्षित जगह बन चुका है. यहां के वातावरण से आकर्षित होकर पक्षी दूर-दूर से यहां आकर अपना डेरा डालते है, खाते-पीते है और अपने वंश को बढ़ाकर वापस लौट जाते हैं. सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी में लगभग 370 पक्षियों की प्रजातियां देखने को मिलती हैं. इस बर्ड सेंचुरी को देखने के लिए पर्यटकों को मामूली 5 रुपए की फीस देनी होती है.
देशी पक्षियों के दीदार
सुल्तानपुर की इस बर्ड सेंचुरी में देशी पक्षियों की प्रजातियों में ब्लैक-हेडेड आइबिस, लिटिल इग्रेट, ग्रेट इग्रेट, कैटल इग्रेट, क्रेस्टेड लार्क, रेड-वेंटेड बुलबुल, रोज-रिंगेड पैराकेट, रेड-वॉटल्ड लैपविंग, शिकरा, यूरेशियन कॉलर वाला कबूतर, रेड कॉलर वाला कबूतर, लाफिंग कबूतर, कॉमन स्पूनबिल, ग्रे फ्रैंकोलिन, ब्लैक फ्रैंकोलिन, इंडियन रोलर, व्हाइट-थ्रोटेड किंगफिशर, इंडियन स्पॉट-बिल्ड डक, पेंटेड स्टॉर्क, ब्लैक-नेक्ड स्टॉर्क, स्पॉटेड उल्लू, रॉक कबूतर, मैगपाई रॉबिन, ग्रेटर कौकल, वीवर बर्ड, बैंक मैना, कॉमन मैना और एशियन ग्रीन बी-ईटर कॉमन हूपो, पैडीफील्ड पिपिट, पर्पल सनबर्ड, लिटिल कॉर्मोरेंट, इंडियन कॉर्मोरेंट, व्हाइट आइबिस, देखने को आसानी से मिल जाते हैं. इन देशी पक्षियों की प्रजातियों को पर्यटक साल भर देख सकते हैं खासकर मानसून के मौसम में इन देशी पक्षियों की मस्ती देखने लायक होती है. इन पक्षियों में से कई का जन्म सिर्फ कुछ महीने पहले ही हुआ होता है.
विदेशी पक्षियों के दीदार
मानसून के मौसम के आखिरी दौर में विदेशी पक्षियों का आना शुरू होता है, जैसे जैसे मौसम में ठंडक बढ़ती जाती है वैसे-वैसे विदेशी पक्षियों की तादाद में तेजी से बढ़ोतरी देखने को मिलने लगती है. जो हर साल यहां आकर खूब खाते-पीते हैं, यहां प्राकृतिक माहौल में खूब मस्ती करते है, यहां पर प्रजनन करते हैं और आखिर में मौसम के तेज गर्म होते ही वापस अपने वतन लोट जाते हैं. पर्यटकों को सुल्तानपुर नेशनल पार्क में विदेशी पक्षियों की कई प्रजातियों के दीदार होते है जिनमें प्रमुख हैं साइबेरियन क्रेन, ग्रेटर फ्लेमिंगो, रफ़, ब्लैक-टेल्ड गॉडविट, स्पॉटेड रेडशैंक, स्टार्लिंग, ब्लूथ्रोट और लॉन्ग-बिल्ड पिपिट। गर्मियों में एशियाई कोयल, गैडवॉल, वुड सैंडपाइपर, स्पॉटेड सैंडपाइपर, यूरेशियन विगॉन, ब्लू-चीक्ड बी-ईटर, ब्लू-टेल्ड बी-ईटर, कोयल, ब्लैक-क्राउन्ड नाइट हेरॉन, ग्रे हेरॉन, इंडियन गोल्डन ओरियोल, नॉब-बिल्ड डक,ब्लैक-विंग्ड स्टिल्ट, यूरेशियन टील, कॉमन ग्रीनशैंक, नॉर्दर्न पिंटेल, येलो वैगटेल, व्हाइट वैगटेल, नॉर्दर्न शॉवेलर, रोज़ी पेलिकन, स्पॉट-बिल्ड पेलिकन. इसके अलावा यहां पर पक्षियों के साथ-साथ जंगली जानवरों जैसे नील गाय, लोमड़ी, काले हिरन, सांभर के दीदार आसानी से देखने को मिल जाते हैं.
सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी कैसे पहुंचे
सड़क मार्ग : सुल्तानपुर की बर्ड सेंचुरी गुरूग्राम-झज्जर हाईवे पर दिल्ली के धौला कुआं से करीब 40 किमी की दूरी पर स्थित है. हाईवे होने की वजह से ये दूरी लगभग 30 मिनट में पूरी हो जाती है. दिल्ली से सुबह कैब से आकर शाम तक वापस लौटा जा सकता है.
रेल मार्ग : गुरूग्राम का रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक है ये दिल्ली-जयपुर रेल मार्ग का मुख्य स्टेशन है. स्टेशन से आसानी से कैब, ऑटो रिक्शा मिल जाते है. वहीं देश के दूसरे शहरों से आने वाले पर्यटकों के लिए दिल्ली, नई दिल्ली, हजरत निजामुद्दीन भी नजदीकी स्टेशन है. नई दिल्ली स्टेशन के पास पहाड़गंज इलाके में ही रुकने के लिए कई होटल मौजूद है. जहां से कैब लेकर आसानी से सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी पहुंचा जा सकता है.
हवाई मार्ग : सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी आने के लिए सबसे नजदीक का हवाई अड्डा इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है. जो करीब 35 किमी की दूरी पर मौजूद है. हवाई अड्डे से कैब से सीधे सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी पहुंचा जा सकता है. मैट्रो ट्रेन से भी आसानी से सुल्तानपुर पहुंचा जा सकता है. जहां से ऑटो रिक्शा लेकर सुल्तानपुर बर्ड सेंचुरी पहुंच सकते हैं.

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