Ovarian Cysts : ओवरी में सिस्ट क्यों होता है, कौन सी गांठ कैंसर बन सकती है, एक्सपर्ट्स से जानें

हर महिला के शरीर में दो ओवरी होती हैं. यह महिलाओं के यूटेरस के दोनो तरफ होती हैं.इसमें अंडे बनते हैं और हॉर्मोन (एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन) को संतुलित रखने का काम भी यह करती है. बीते कुछ सालों से महलाओं की ओवरी में सिस्ट बनने की समस्या काफी बढ़ गई है. खानपान की गलत आदतों और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण ऐसा हो रहा है. ओवरी में गांठ बनने की समस्या कोओवेरियन सिस्ट कहते हैं. यह गांठे कुछ मामलों में खुद ही खत्म हो जाती है, लेकिन शरीर में जब भी कोई गांठ बनती है तो कैंसर का भी रिस्क होता है. ऐसे में यह जानना जरूरी है कि ओवरी में सिस्ट क्या कैंसर भी बन सकता है.
सफदरजंग अस्पताल में गायनेकोलॉजी विभाग में डॉ. सलोनी चड्ढा बताती हैं कि ओवरियिन सिस्ट रिप्रोडक्टिव ऐज में होना आम बात है.महिलाओं के शरीर में हॉर्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव से भी यह समस्या हो सकती है. अगर आपके पेट के निचले हिस्से में कोई इंफ़ेक्शन है तो इसके कारण भी ओवरी में गांठे बन सकती हैं. अब 20 से 30 साल की उम्र में यह समस्या काफी आम होती जा रही है.
क्या होते हैं लक्षण
महिला के पेट में सूजन
पीरियड्स के पहले या पीरियड्स के दौरान पेट से नीचे के हिस्से में तेज दर्द
पीरियड्स इर्रेगुलर भी हो सकते हैं.
इंटरकोर्स के दौरान दर्द होना भी ओवेरियन सिस्ट का लक्षण हैं.
इस समस्या में पीठ और जांघो में भी दर्द हो सकता हैं.
ओवेरियन कैंसर का कितना खतरा?
डॉ सलोनी बताती हैं कि ओवरी में सिस्ट होने पर 90 फीसदी मामलों में कैंसर का रिस्क नहीं होती है. सिस्ट होने पर यह देखा जाता है कि इसका साइज कितना है. अगर यह 6 सेंटीमीटर से बड़ी है तो फिर कैंसर की स्क्रीनिंग की जाती है. इससे छोटे सिस्ट या तो खुद ठीक हो जाते हैं या फिर दवाओं के माध्यम से उनको खत्म किया जाता है. हालांकि अगर किसी महिला को पेट के निचले हिस्से में दर्द की समस्या है तो इस मामले में डॉक्टरों से सलाह लेनी चाहिए. अगर जांच में सिस्ट का पता चलता है तो इसका इलाज करा लें
कैसे करें बचाव?
हॉर्मोनल जांच रेगुलर काराएं.
ऑव्यूलेशन की दवाएं डॉक्टर की सलाह से लें.
इर्रेगुलर पीरियड्स को नजरअंदाज न करें.
मेंटल स्ट्रेस से दूर रहें.
धूम्रपान और शराब का सेवन न करें.

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