AAP का री-यूनियन… संजय-सिसोदिया के बाद केजरीवाल जेल से बाहर, 6 महीने में क्या-क्या बदला?

दिन शुक्रवार और समय शाम के करीब 6 बजे. दिल्ली की झमाझम बारिश और दूधिया रौशनी के बीच जैसे ही तिहाड़ जेल के गेट नंबर-3 का फाटक खुलता है, वैसे ही आप के कार्यकर्ता मुट्ठी भींच कर जोर से नारा लगाते हैं. नारा है- जेल का ताला टूट गया, अरविंद केजरीवाल छूट गया.
शराब घोटाले के आरोप में पिछले 6 महीने से जेल में बंद अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को जमानत दे दी, जिसके बाद वे जेल से बाहर आ गए हैं. जेल से बाहर आने के बाद केजरीवाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया और नए सिरे से लड़ाई लड़ने की बात कही.
केजरीवाल की हुंकार और उनके जेल से बाहर आने को लेकर कई सियासी मायने निकाले जा रहे हैं, लेकिन सबसे बड़ी चर्चा पार्टी के भीतर हुए बदलाव को लेकर हो रही है. केजरीवाल जब जेल गए तब पार्टी के भीतर काफी उथल-पुथल मची थी, लेकिन अब स्थिति पूरी तरह बदल गई है.
इस स्टोरी में इन्हीं बदलावों को एक-एक कर जानते हैं…
री-यूनियन हुई आम आदमी पार्टी
मार्च 2024 में जब अरविंद केजरीवाल जेल गए थे, तब पार्टी के 2 बड़े नेता मनीष सिसोदिया और संजय सिंह भी जेल में बंद थे. अब जब 6 महीने बाद केजरीवाल बाहर आए हैं, तब दोनों नेता जेल से बाहर हैं. संजय सिंह को अप्रैल 2024 तो मनीष सिसोदिया को अगस्त 2024 में जमानत मिली थी. दोनों की जमानत सुप्रीम कोर्ट ने ही मंजूर की थी.
सिसोदिया और संजय सिंह आप के संस्थापक हैं और लंबे वक्त से केजरीवाल के सहयोगी रहे हैं. दिल्ली के मुख्यमंत्री के जेल से बाहर आने के बाद अब नए सिरे से आप री-यूनियन होगी.
सांसद स्वाति मालीवाल की दूरी बढ़ी
केजरीवाल जब जेल जा रहे थे, तो उनके साथ राज्यसभा की सांसद स्वाती मालिवाल मजबूती के साथ खड़ी थी, लेकिन अब सिनेरियो बदल चुका है. अरविंद केजरीवाल की जमानत पर जहां आप के सभी बड़े नेताओं ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर खुशी जाहिर कर रहे हैं. वहीं स्वाति मालीवाल ने इस पूरे मामले में चुप है.
दरअसल, केजरीवाल जब अंतरिम जमानत पर आए थे, तब स्वाति उनसे मिलने गई थी. स्वाति के मुताबिक इसी दौरान केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार ने उनके साथ मारपीट की. विभव इस मामले में जेल भी जा चुके हैं.
स्वाति के मुताबिक आप पार्टी ने विभव के मामले में सख्ती नहीं दिखाई. स्वाति मालिवाल को एक वक्त में अरविंद केजरीवाल के किचन कैबिनेट का हिस्सा माना जाता था. स्वाति राज्यसभा सांसद बनने से पहले दिल्ली महिला आयोग की मेंबर रह चुकी हैं.
आप के लोकसभा सांसद 0 से 3 हो गए
दिल्ली शराब घोटाले में अरविंद केजरीवाल की जब गिरफ्तारी हुई तब आम आदमी पार्टी के पास लोकसभा में एक भी सांसद नहीं था. अब आप के पास लोकसभा में 3 सांसद हैं. 2024 के चुनाव में आप को पंजाब की 3 सीटों पर जीत मिली. पंजाब में आप ने संगरूर, होशियारपुर और आनंदपुर साहिब सीट पर जीत हासिल की है.
हालांकि, दिल्ली में आम आदमी पार्टी चुनाव नहीं जीत पाई. दिल्ली में आप ने 4 उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन पार्टी को जीत नहीं मिल पाई.
कद्दावर दलित नेता राजेंद्र पाल गौतम ने पार्टी छोड़ी
अरविंद केजरीवाल के जेल जाते वक्त पार्टी के सबसे बड़े दलित चेहरे राजेंद्र पाल गौतम आप में ही थे, लेकिन अब जब केजरीवाल जेल से बाहर आ गए हैं, तो गौतम आम आदमी पार्टी में नहीं हैं. गौतम ने 6 सितंबर को आप से इस्तीफा देकर कांग्रेस का दामन थाम लिया था.
केजरीवाल सरकार में मंत्री रहे गौतम अक्टूबर 2022 में सुर्खियों में आए थे. उस वक्त उन्होंने हिंदुओं के देवी-देवताओं को लेकर टिप्पणी की थी. गौतम को इस वजह से मंत्री पद भी छोड़ना पड़ा था. गौतम अन्ना आंदोलन के वक्त से आप के साथ थे.

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