‘INDIA में सीट शेयरिंग की महाभारत’, AAP ने कांग्रेस से ‘इंद्रप्रस्थ’ के साथ मांगी पांच ‘गांव’ में हिस्सेदारी
बीजेपी से मुकाबला करने के लिए बने विपक्षी गठबंधन INDIA में सीट शेयरिंग को लेकर ‘महाभारत’ छिड़ी हुई है. महाभारत में पांडवों ने पांच गांव मांगे थे, लेकिन कौरव उन्हें सुई की नोक के बराबर भी जमीन देने के लिए तैयार नहीं हुए. इसी बात पर महाभारत हो गया. पांडवों ने इंद्रप्रस्थ को अपनी राजधानी के रूप में आबाद किया था, जिसे मौजूदा दौर में दिल्ली के नाम से जाना जाता है. दिल्ली की सत्ता पर आम आदमी पार्टी काबिज है और 2024 के चुनाव में कांग्रेस के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस से दिल्ली (इंद्रप्रस्थ) के साथ-साथ पांच और राज्यों में चुनाव लड़ने के लिए सीटों की मांग रखी है. इस पर कांग्रेस रजामंद होगी या फिर INDIA गठबंधन में छिड़ेगा ‘महाभारत’.
दरअसल, सीट बंटवारे के लिए मुकुल वासनिक के नेतृत्व में बनी कांग्रेस की पांच सदस्यीय कमेटी INDIA गठबंधन के सहयोगी दलों के साथ बातचीत का सिलसिला शुरू कर दिया है. आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सोमवार को पहली बार औपचारिक बैठक हुई, जो करीब दो घंटे तक चली. बैठक के बाद दोनों ही दलों की तरफ से सकारात्मक संकेत दिए गए है, लेकिन सीट शेयरिंग पर फाइनल मुहर नहीं लग सकी है. इस दौरान उनके बीच अलग-अलग सीटों पर चुनाव लड़ने की योजना पर चर्चा हुई. साथ ही कहा गया कि हम जल्द ही एक और बैठक करेंगे, जिसके बाद सीट-बंटवारे को अंतिम रूप से तय किया जाएगा. सोमवार को आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे को लेकर हुई बैठक में क्या-क्या हुआ, उसे पांच प्वाइंट में समझ सकते हैं?
सीट शेयरिंग को लेकर पहली बार बैठक
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के बीच सीट शेयरिंग को लेकर पहली बार औपचारिक रूप से बैठक हुई है. आम आदमी पार्टी की तरफ से राज्यसभा सांसद संदीप पाठक, दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज शामिल हुए. वहीं, कांग्रेस की तरफ से पार्टी की राष्ट्रीय गठबंधन समिति समिति के संयोजक मुकुल वासनिक, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, सलमान खुर्शीद सहित कई नेता शामिल हुए. इससे पहले दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे को लेकर कोई बैठक नहीं हुई थी. इस तरह से पहली बार हुई बैठक में सीट बंटवारे पर दोनों दलों के नेताओं के बीच बैठक हुई और एक दूसरे का मन टटोलने की कोशिश की गई. मुकुल वासनिक ने कहा कि आगामी चुनाव को लेकर हमने कई मुद्दों पर चर्चा की और आगे फिर हम बैठेंगे.
AAP-कांग्रेस ने रखा फॉर्मूले का डॉक्यूमेंट
2024 लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी किस राज्य की किस सीट पर चुनाव लड़ेंगी है, उसके लिए उनकी तैयारी क्या है. इन सारे आंकड़े के लिखित डॉक्यूमेंट के साथ दोनों ही पार्टी के नेता सीट शेयरिंग पर बातचीत किए हैं. सूत्रों के मुताबिक बैठक में दोनों पार्टी के नेताओं ने अपनी अपनी मांगे और प्रस्ताव संबंधित दस्तावेज साझा किए हैं. इस दौरान किस राज्य में कितनी सीटों पर कौन सी पार्टी चुनाव लड़ेगी, उसे लेकर भी चर्चा हुई. मुकुल वासनिक ने कहा कि सीट बंटवारे पर बात किए हैं, जिसे लेकर फिर से चर्चा करेंगे. इस तरह से दोनों दलों ने आगे फिर बैठने की बात करके भविष्य में दोस्ती के दरवाजे खुले रहने के संकेत दिए हैं.
सकारात्मक रही AAP-कांग्रेस की बैठक
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच सीट शेयरिंग को लेकर सोमवार को हुई बैठक को दोनों ही खेमे ने सकारात्मक बताया. आम आदमी पार्टी के नेता भी काफी संतुष्ट नजर आए तो कांग्रेस ने बेहतर बातचीत के संकेत गिए हैं. कांग्रेस नेता वासनिक ने कहा कि चुनाव से संबंधित कई मुद्दों पर चर्चा हुई. उन्होंने कहा कि आगे भी बातचीत जारी रहेगी और हम फिर मिलेंगे. उसके बाद ही हम सीटों के बंटवारे पर अंतिम फैसला लेंगे. हर चीज पर विस्तार से चर्चा हुई. हम एक साथ चुनाव लड़ेंगे. हम बीजेपी को शिकस्त देंगे.
दिल्ली के अलावा 5 राज्य में AAP की नजर
सूत्रों की मानें तो आम आदमी पार्टी दिल्ली के अलावा देश के दूसरे राज्यों में चुनावी किस्मत आजमाना चाहती है. इसीलिए कांग्रेस नेताओं के साथ सीट शेयरिंग पर बातचीत के दौरान आम आदमी पार्टी के नेताओं ने दिल्ली पर सीट शेयरिंग को लेकर एक फॉर्मूला रखा, जिसमें चार सीटों पर आम आदमी पार्टी और तीन सीटों पर कांग्रेस को चुनाव लड़ने का प्रस्ताव दिया. हालांकि, दिल्ली में तीन सीट देने के बदले में कांग्रेस से वो गुजरात, हरियाणा, असम और गोवा में सीट चाहती है. सोमवार को हुई बैठक में पंजाब को लेकर चर्चा नहीं हुई, लेकिन आम आदमी पार्टी ने असम, गुजरात, गोवा और हरियाणा में INDIA गठबंधन में चुनाव लडने की इच्छा जाहिर की है. इस तरह से आम आदमी पार्टी ने दिल्ली में सीट देने के बदले कांग्रेस से पांच राज्यों में सीट चाहती है. पंजाब को लेकर दोनों ही पार्टियों के अपने-अपने दावे हैं, जिन्हें लेकर सोमवार को कोई हल नहीं निकल सका.
शीर्ष नेतृत्व को देंगे फीडबैक, फिर होगी बात
कांग्रेस और आम आदमी पार्टी नेताओं के बीच सोमवार को सीट शेयरिंग पर हुई बातचीत को दोनों ही दल के नेता अपने-अपने शीर्ष नेतृत्व से सामने रखेंगे. इस तरह वो एक दूसरे के प्रस्ताव और बैठक में सीट बंटवारे को लेकर फीडबैक को रखेंगे. इस तरह शीर्ष नेतृत्व चर्चा करके दोबारा से दोनों ही पार्टी के नेता फिर बैठक करेंगे. माना जा रहा है कि कांग्रेस क्या हरियाणा, असम, गुजरात और गोवा में आम आदमी पार्टी को सीट देने के लिए रजामंद होगी, क्योंकि दिल्ली और पंजाब में कांग्रेस की सियासी जमीन पर ही कब्जा जमाकर वो खड़ी है. आम आदमी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने गुजरात के भरूच लोकसभा सीट पर चैतर वसावा को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है, जिसे कांग्रेस पर प्रेशर पॉलिटिक्स के तौर पर देखा जा रहा है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है कि कांग्रेस क्या दिल्ली के बाहर पांच राज्यों में सीट देने के लिए तैयार होगी. कांग्रेस और आम आदमी पार्टी नेताओं के दूसरे राउंड की बैठक में बहुत कुछ साफ होगा, क्योंकि अभी सिर्फ एक दूसरे के मन को टटोलने की कवायद हुई है.