Abu Dhabi Drone Race: कार या हॉर्स नहीं…अबु धाबी में होने वाली है ड्रोन की रेस, पूरी दुनिया की नजर, करोड़ों का इनाम
कार, मोटरसाइकिल और हॉर्स जैसे रेस के बारे में तो आपने सुना होगा, पर तकनीक के आविष्कार से बने ड्रोन की भी रेस हो सकती है, ये खबर आपको शायद हैरत में डाल देगी. पर ये सच है. दुबई में ये अनोखी रेस होने वाली है. ड्रोन रेस के विनर के लिए आयोजन करने वालों ने करोड़ों रुपये के इनाम का भी ऐलान किया है.
ड्रोन की ये रेस अगले साल यानी अप्रैल 2025 में होगी. इसके लिए अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गई हैं. A2RL यानी अबु धाबी ऑटोनोमस रेसिंग लीग इस रेस का आयोजन करेगा. इसमें दुनिया की टॉप टीमें हिस्सा लेंगी, जिसमें रीसर्च इंस्टिट्यूशन्स, इनोवेटर्स अपने एडवांस टेक्नोलॉजी स्किल्स के ज़रिए इस रेस में अपनी छाप छोड़ने की कोशिश करेंगे.
रेस के विनर को कितने करोड़ का इनाम
अगले साल होने वाली इस ड्रोन रेस के विनर को 1 मिलियन डॉलर यानी करीब 8 करोड़ 38 लाख रुपये का इनाम मिलेगा. इस रेस के ऐलान के साथ ही दुनियाभर के टेक एक्सपर्ट्स और ड्रोन लवर्स की निगाहें इस इवेंट पर जा टिकी हैं.
अबु धाबी ऑटोनोमस रेसिंग लीग (A2RL) कार रेस की कामयाबी के बाद ड्रोन रेस कराने जा रही है. इसी साल इस रेसिंग लीग ने ड्राइवरलेस (बिना ड्राइवर की कार) कारों की रेस कराई थी, जिसमें दुनियाभर की 8 रेसिंग टीमों ने हिस्सा लिया था. ये रेस इसी साल अप्रैल में यास मरीना सर्किट पर हुई थी. इस इवेंट को देखने 10 हज़ार दर्शक पहुंचे थे. इसके अलावा करीब 90 लाख लोगों ने इसे ऑनलाइन देखा और 22 हज़ार लोगों ने वीआर एप के ज़रिए भी इस रेस का लुत्फ उठाया था.
क्यों कराई जा रही ड्रोन रेस?
एस्पायर और A2RL के सीईओ स्टीफेन टिम्पैनो ने कहा है कि ऐसे इवेंट्स नई खोज के लिए ज़रूरी हैं, क्योंकि ये लिमिट्स को तोड़ते हैं. इस आयोजन का मकसद है कि ऑटोनोमस सिस्टम और तकनीक के क्षेत्र में वैश्विक विकास को और तेज़ी मिले. टिम्पैनो का कहना है कि इस रेस से विकासशील देशों में ड्रोन की सुलभता बढ़ेगी. इसके अलावा भविष्य की तकनीक के लिए नौजवानों को तैयार करने में भी मदद मिलेगी.
कैसे ले सकते हैं ड्रोन रेस में हिस्सा?
अगर आप भी इस ड्रोन रेस में हिस्सा लेना चाहते हैं तो इसके लिए आपको रजिस्ट्रेशन कराना होगा. रजिस्ट्रेशन प्रोसेस 20 सितंबर से शुरू होगा. रजिस्ट्रेशन आयोजनकर्ता की वेबसाइट (www.a2rl.io) पर किया जा सकेगा. फाइनल कॉम्पटीशन में पहुंचने के लिए रेस में शामिल होने वालों को तीन स्टेज से गुज़रना होगा. रेस में हिस्सा लेने वालों का रोबोटिक्स और एआई में अनुभव और विशेषज्ञता जांचने के लिए रीसर्च पेपर देखा जाएगा. इसके अलावा प्रोजेक्ट वेबसाइट्स या ड्रोन उड़ाने के वीडियो को भी देखा जाएगा. टीम को ड्रोन उड़ाने का लाइव डेमो भी देना होगा.
तीनों स्टेज पूरा करने के बाद आयोजनकर्ता 20 टीमों को चुनेंगे. यही 20 टीमें अप्रैल 2025 में अबु धाबी में होने वाली इस पहली ड्रोन रेस के ग्रैंड फिनाले में हिस्सा लेंगी और करोड़ों रुपये के इनाम के लिए तकनीक के सहारे लड़ेंगी.